शिमला. 101 साल के देश के पहले वोटर श्याम शरण नेगी ने गुरुवार को हिमाचल विधानसभा चुनाव में 29वीं बार वोट डाला. इसके लिए इलेक्शन कमीशन (ईसी) की गाड़ी उन्हें लेकर पोलिंग बूथ तक आई. उनके स्वागत में एडमिनिस्ट्रेशन ने कल्पा के मुहाल चीनी पोलिंग बूथ पर रेड कारपेट बिछाया. किन्नौरी टोपी पहने हुए नेगी अफसरों के साथ वोट डालने पहुंचे थे. हिमाचल इलेक्शन कमीशन ने उन्हें ब्रांड एम्बेसडर बनाया है. आजादी के बाद 25 अक्टूबर, 1951 को हुए पहले चुनाव में नेगी ने सबसे पहले वोट डाला था. वह 66 साल में 29 बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं. बता दें कि हिमाचल असेंबली की 68 सीटों के लिए गुरुवार को वोटिंग हुई. नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे.
– 2014 में गूगल ने जारी किया था वीडियो
स्टेट के चीफ इलेक्शन अफसर पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया, कि डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर एन.के. लट्ठ श्याम नेगी को लेकर पोलिंग बूथ पहुंचे और वोटिंग प्रॉसेस पूरी कराई. उनके स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाया गया. वोटिंग को लेकर नेगी के जुनून को दिखाते हुए गूगल इंडिया ने 2014 में ‘ट्रू स्टोरी ऑफ मैन हू नेवर मिस्ड एन अपॉर्च्युनिटी टू वोट’ नाम से एक वीडियो मैसेज भी जारी किया था.
– पहली बार किया वीवीपैट का इस्तेमाल
101 वर्षीय नेगी ने पहली बार वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) से वोट डाला. उन्होंने कहा, कि जब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) आई, तब बहुत उत्सुकता थी कि मशीन पर कैसे वोट दूंगा. पहले उसे कर लिया, अब वीवीपैट का भी अनुभव ले लिया.
बता दें कि पहले बैलेट पेपर पर ठप्पा लगाकर वोट डालने का नियम था. इसके बाद 1999 में इसकी जगह ईवीएम ने ले ली. 2013 में ईवीएम में नोटा का ऑप्शन आया. अब वीवीपैट का इस्तेमाल हो रहा है. इन सभी बदलावों को नेगी करीब से देख चुके हैं.
– देश के पहले इलेक्शन में थे 17 करोड़ वोटर
25 अक्टूबर 1951 को हुए देश के पहले इलेक्शन में करीब 17 करोड़ वोटर थे, जो अब बढ़कर 80 करोड़ से ज्यादा हो चुके हैं. तब खुद वोट डालने के बाद नेगी ने गांव में घूमकर लोगों को मतदान की अहमियत समझाई थी.
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