औरंगाबाद (तेज समाचार डेस्क). एक तरफ पूरा देश जहां कोरोना संक्रमण से परेशान हैं, वहीं दूसरी तरफ औरंगाबाद में सिविअरली एक्यूट रेस्परेटरी इलनेस यानी सारी नामक बीमारी ने बड़े पैमाने पर पांव पसारे है. सारी बीमारी से गत एक पखवाड़े में औरंगाबाद के जिला सरकारी अस्पताल, सरकारी घाटी अस्पताल एवं निजी अस्पतालों में 11 लोगों ने अपनी जान गंवायी है. जांन गंवाए सभी मरीज पूरे मराठवाड़ा के है. यह जानकारी सारी के विशेष वैद्यकीय अधिकारी डॉ. देशमुख ने दी.उधर, बुधवार को कोरोना से पीडि़त 49 वर्षिय एक और मरीज शहर में पाए जाने के बाद कोरोना पीडि़त मरीजों की संख्या 18 पर जा पहुंची है. यह मरीज शहर के किराडपुरा का निवासी है.
– कोरोना जैसे ही लक्षण
डॉ. देशमुख ने बताया कि सारी के लक्षण भी कोरोना जैसे ही है. जो भी मरीज कोरोना अथवा सारी से संदिग्ध दिखाए दे रहा है, उसके तत्काल स्वैब के नमूने लेकर जांच के लिए भेेजे जा रहे है. आज तक सारी के जितने मरीजों के स्वैब के नमूने जांचे गए, उनमें दो मरीज कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए. उन पर सरकारी जिला अस्पताल में इलाज जारी है. वहीं, इस बीमारी से पीडि़त 68 मरीज खतरे से बाहर होकर घर लौटे है. गत एक पखवाड़े में सारी के 125 मरीजों का पंजीकरण मनपा को प्राप्त हुआ है. जिसमें 62 मरीज निजी अस्पताल तथा 67 मरीज घाटी तथा जिला सरकारी अस्पताल के है. इसमें सारी से पीडि़त निजी अस्पताल में भरती तीन तथा घाटी मेंं भरती 8 मरीजों ने अपना दम तोड़ा है.
– घाटी अस्पताल में सारी के मरीजों के लिए स्वतंत्र वार्ड
शहर में आए दिन कोरोना के साथ-साथ सारी बीमारी के मरीजों की संख्या में इजाफा होने से सरकारी घाटी अस्पताल प्रशासन ने कोरोना व सारी इन दोनों बीमारी के मरीजों के लिए स्वतंत्र वार्ड तैयार करने का निर्णय लिया है. वर्तमान में कोरोना मरीजों के लिए तैयार किए गए सीवीटीएस विभाग के इमारत में सारी के मरीजों पर इलाज जारी है. यह जानकारी घाटी के डॉ. मोहन डोईबले ने दी.
– सारी संक्रमित बीमारी नहीं है
उन्होंने सारी बीमारी पर विस्तृत से प्रकाश डालते हुए बताया कि इसके लक्षण भी कोरोना बीमारी जैसे ही है. परंतु, यह बीमारी संक्रमित नहीं है. सांस लेने में होनेवाली तकलीफ वाली सख्त बीमारी है. जिसे सिविअरली एक्यूट रेस्परेटरी इलनेस कहा जाता. इसमें मरीज को बुखार, खांसी के अलावा सर्दी होती है. सारी के मरीज को सांस लेने में बड़े पैमाने पर तकलीफ होती है. यह एक प्रकार का इनफेक् शन हो सकता. कोरोना का इनफेक् शन संक्रमित है. जिसके चलते सारी के मरीज को भी कोरोना हो सकता. यह बीमारी उम्र दराज, बच्चों व रोग प्रतिकार शक्ति कम वालों को जल्द होती है. इन सारी बातों को ध्यान में रखकर ही घाटी व सरकारी जिला अस्पताल में बुखार का इलाज करने पहुंच रहे सारे मरीजों के स्वैब के नमूने लेकर बारिकी से जांच की जा रही है.