पुणे (तेज समाचार डेस्क). प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रडार पर अब शिक्षा संस्थान हैं. ईडी ने पुणे के लगभग 1,500 शैक्षणिक संस्थानों से 2010 से 2017 तक छात्रों को दी गई छात्रवृत्ति का विवरण मांगा है. इसलिए अब पुणे में शिक्षा संस्थान में भय का वातावरण निर्माण हुआ है. इससे संबंधित पत्र पुणे के समाज कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त ने 30 अक्टूबर को संबंधित शिक्षण संस्थानों को भेजा है. इस संबंध में 24 अक्टूबर को सिंहगढ़ बिजनेस स्कूल, एरंडवणे में एक बैठक की गई थी. इसके बाद संबंधित शिक्षण संस्थानों को पत्र भेजा गया. छात्रवृत्ति देने में संस्थानों की ओर से गलत व्यवहार होने की आशंका व्यक्त की जा रही है.
इस बीच, ईडी ने समाज कल्याण विभाग को छात्रवृत्ति आवंटन की जानकारी प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. तदनुसार, समाज कल्याण विभाग ने संबंधित शिक्षण संस्थानों से विवरण मांगी है. इसमें 1 अक्टूबर, 2010 से 31 दिसंबर, 2017 के बीच छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति के बारे में विस्तृत जानकारी देना आवश्यक है.
इसमें शैक्षणिक संस्थान का नाम, पाठ्यक्रम का नाम, छात्रवृत्ति के लिए आवंटित राशि और छात्रवृत्ति के लिए सरकार से प्राप्त राशि का विवरण होना चाहिए. इसके अलावा एक हस्ताक्षर शपथ पत्र, सॉफ्टकॉपी, हार्ड कॉपी साथ में दी गई जानकारी के साथ 14 नवंबर तक जमा करना होगा. जानकारी न देने पर भविष्य में होने वाले परिणाम के लिए संबंधित संस्था जिम्मेदार होगी. एैसे पत्र में लिखा गया है.