इंदौर (तेज़ समाचार प्रतिनिधि)::इंदौर शहर के भागीरथपुरा में रहने वाले 27 वर्षीय संजय कुकड़ेश्वर सोमवार रात को बिजली के पोल पर काम करते हुए जमीन पर गिर पड़े थे. गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए सीएचएल अस्पताल में भर्ती किया गया था.मंगलवार दोपहर 12.30 बजे डॉक्टरों ने संजय को ब्रेन डेड घोषित कर दिया.
मंगलवार शाम को ही करीब सात बजकर 40 मिनट पर संजय को दूसरी बार ब्रेन डेड बताया गया. मुस्कान ग्रुप के सदस्यों ने संजय के परिजनों को अंगदान का महत्व बताया जिसके बाद परिजन इस बात के लिए राजी हो गए.
अंग दान के लिए पहले भी मध्यप्रदेश मिसाल बन चुका है, इसी तरह शहर में 17वीं बार ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ब्रेन डेड मरीज का लिवर और किडनी शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भेजी गई.
दो जगह बने ग्रीन कॉरिडोर
इंदौर में दो जगहों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए. सीएचएल से चोइथराम अस्पताल के बीच बने ग्रीन कॉरिडोर से लिवर भेजा गया. एक किडनी को एक अन्य ग्रीन कॉरिडोर बनाकर नजदीक के ही ग्रेटर कैलाश अस्पताल भेजा गया. वहीं, सीएचएल अस्पताल में भर्ती मरीज को एक अन्य किडनी लगाई गई.
17वीं बार बना ग्रीन कॉरिडोर
इंदौर शहर देश में अंगदान के लिए मिसाल बन चुका है. शहर में पिछले 19 महीनों में अब तक 17 बार ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है.