नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क): दुबई एयरपोर्ट पर 21 दिनों से 19 भारतीय फंसे हुए हैं। इन लोगों में से अधिक लोग ट्रांसिट में थे जब भारत ने कोरोना महामारी के कारण देश में इन्बाउंड फ्लाइट्स पर रोक लगा दी थी जिसके कारण यह लोग फंस गए हैं। पहले कुछ दिन इन लोगों ने एयरपोर्ट की बेंच पर बिताए। इसके बाद 21 मार्च को इनकी कोरोना की जांच की गई। इसके बाद इनके टेस्ट नेगेटिव आए और इन्हे 25 मार्च को दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट अस्पताल में शिफ्ट किया गया जिसके बाद से ये लोग वहीं पर हैं।
इन यात्रियों में 37 साल के अरुण सिंह भी शामिल हैं जिन्हे 22 मार्च को अहमदाबाद जाने के लिए फ्लाइट लेनी थी लेकिन उनके वेटिंग एरिया में सो जाने के कारण उनकी फ्लाइट मिस हो गई थी।
संयुक्त अरब अमीरात स्थित बैंक के आईटी विभाग में कार्यरत सिंह ने बताया कि जबसे हमें यहां पर रखा गया है तबसे हम खा रहें हैं और सो रहे हैं। वह आराम से हैं लेकिन जल्द से जल्द घर जाना चाहते हैं। उनके पास यूएई का रेंजीडेंसी वीजा भी है लेकिन वीजा रद्द होने के कारण वह एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकल सकते।
एक अन्य यात्री जो यहां पर फंसे हुए हैं उनका नाम दीपक गुप्ता है वह अपनी प्रेगनेंट पत्नी को लेकर चिंतित हैं जो नई-दिल्ली में है। उन्होंने बताया कि पत्नी को उनकी जरूरत हैं। वह जल्द ही एयरपोर्ट पर 1 महीना पूरा कर लेंगे। उनकी उम्मीद छूट रही है। कई अन्य लोगों की तरह वह भी यूरोप से दुबई आए थे जिससे नई दिल्ली की फ्लाइट ले सकें लेकिन यूरोप से आए यात्रियों पर प्रतिबंध लगने के कारण उन्हें बोर्ड नहीं करने दिया गया।
हालांकि यूएई में भारत के राजदूत पवन कपूर ने मीडिया को बताया कि यूएई में स्थित भारतीय मिशन सरकार के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं कि कब यात्रा पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के कारण वैश्विक स्तर पर 1 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गई है। प्रतिबंध लगने के कारण कई लोग फंस हुए हैं। कई देशों में लॉकडाउन कर दिया गया है और लोगों से घरों में रहने का आग्रह किया गया है।