नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). राफेल डील को लेकर वायुसेना के डिप्टी एयरचीफ मार्शल आर. नाबियार ने मौजूदा सरकार के सौदे को पूर्व के सौदे से बेहतर बताया है. नाबियार ने कहा, मोदी सरकार का 36 राफेल विमान खरीदने की डील पूर्ववर्ती 126 विमानों की डील से कहीं ज्यादा बेहतर है. उन्होंने नाम लिए बिना कांग्रेस पर निशाना साधते कहा कि राफेल डील को लेकर लोगों को गलत जानकारी दी जा रही है.
डिप्टी चीफ ने कहा, मुझे लगता है कि किसी पक्ष को 30,000 करोड़ रुपये देने जैसी कोई बात ही नहीं है. दासौ को अकेले ही 6,500 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जरूर दी गई है. इससे ज्यादा कुछ भी नहीं. नांबियार का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला करते हुए सोमवार को केन्द्रीय सतर्कता आयोग से मामले में FIR दर्ज करने के लिए कहा है. डिप्टी चीफ ने भारत सरकार की ओर से अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस को इस सौदे का जिम्मा देने की पैरवी को लेकर कहा, ये व्यापारिक समझौता डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ के नेतृत्व में किया गया था. इस पर करीब 14 महीनों तक बातचीत चली थी.
– हमारी जरूरतों के हिसाब से बेहतर राफेल
राफेल को लेकर डिप्टी चीफ नांबियार ने बताया कि पूर्व में हम सभी विमानों का मूल्यांकन कर चुके हैं. हमारी जरूरतों के हिसाब से राफेल बेहतर है. हमारे विचार से यह विमान तकनीकी रूप से सबसे अधिक सक्षम होने के साथ ही व्यापारिक कसौटी पर भी बेहतर है. इसी आधार पर इसका चयन किया गया है. डिप्टी चीफ ने कहा, मैं खुद इस विमान को उड़ाया है और मैं इससे संतुष्ट हूं. इस तरह से यह बहुत अच्छा सौदा है. यह 2008 में हुए सौदे से कहीं बेहतर है.