पुणे (तेज समाचार डेस्क). लॉकडाउन के चलते पिछले करीब दो महीनों से जिले में करीब-करीब सभी व्यवसाय बंद पड़े हुए थे. लेकिन सरकार की ओर से हाल ही में उद्योगों में कामकाज शुरू करने का फैसला लिया. इसके बाद अब पिंपरी चिंचवड में करीब साढ़े तीन हजार और पुणे जिले में 17 हजार इस प्रकार करीब साढ़े बीस हजार कंपनियों का कामकाज शुरू हो गया है.
– उद्योग विभाग के अनुरोध पर शुरू हुआ कामकाज
राज्य सरकार की ओर से कुछ दिन पहले सरकार ने उद्योंगों में कामकाज शुरू करने की अनुमति दी थी. लेकिन जो इलाके प्रतिबंधित नहीं है, उन इलाकों में ही कामकाज शुरू करने के निर्देश थे. पिंपरी-चिंचवड और पुणे शहर का इलाका रेड जोन में आता था, इसलिए इन इलाकों में पहले चरण में उद्योगों का कामकाज शुरू नहीं हो पाया था. लेकिन उद्योग विभाग की ओर से इन इलाकों में भी कामकाज शुरू करने के संदर्भ में अनुरोध किया था.
– सरकार और प्रशासन की ओर से कड़े निर्देश
इसके बाद राज्य सरकार की ओर से दोन दिन पहले जिले के सभी उद्योगों में कामकाज शुरू करने की अनुमति दी थी. इसके बाद करीब साढ़े 20 हजार कंपनियों में कामकाज शुरू हो गया है. हालांकि, कोरोना वाइरस का संक्रमण ना हों, इस दिशा में सरकार और प्रशासन की ओर से कड़े निर्देश दिए गए है. इन शर्तों के अधीन ही उद्योगों को कामकाज करने की अनुमति दी गई है.
– उद्योगों के सामने कई चुनौंतिया
इस समय उद्योंगों के सामने कच्चे माल की सप्लाई समेत मानव संसाधनों की कई सारी चुनौतियां मौजूद है. दूसरे राज्यों के हजारों मजदूर पुणे जिले से अपने गांव लौट गए हैं. वहीं अब तक यातायात की सुविधा सुचारू नहीं हो पाई है. इसलिए उद्योगों को इस समय पूरी ताकद से काम करने में कठिनाइयां महसूस हो रही है. बावजूद भी इन उद्योगों शुरू होने से रोजगार और अर्थव्यवस्था के पहिए को गति मिल सकती है, ऐसी प्रतिक्रिया उद्योग समूहों के अधिकारियों ने व्यक्त की.