लखनऊ (तेज समाचार प्रतिनिधि). देश भर में सरकारी डॉक्टर अपनी प्राइवेट प्रैक्टिस को लेकर काफी बदनाम है. मरीजों की अक्सर शिकायत रहती है कि सरकारी डॉक्टर्स सरकारी अस्पतालों में गैरहाजिर रहते हैं, इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मरीजों की इन शिकायतों के मद्देनजर योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा फरमान जारी किया है. योगी सरकार ने सरकारी डॉक्टरों को फरमान दिया है कि वे 20 दिन के अंदर प्राइवेट प्रैक्टिस बंद कर दें और अगर 20 दिन के भीतर प्राइवेट प्रैक्टिस बंद नहीं की तो सख़्त कार्रवाई की जाएगी. इतना ही नहीं सरकार ने ऐसे 270 डॉक्टरों की लिस्ट तैयार भी कर ली है जो प्रैक्टिस कर रहे हैं.
– यूनिवर्सिटी-कॉलेज में हड़ताल होगी अवैध
वहीं एक और फरमान जारी करते हुए योगी ने राज्य भर की यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में कर्मचारियों के हड़ताल पर पाबंदी लगा दी है. आदेश के मुताबिक 30 जून तक विश्वविद्यालयों और कॉलेज के कर्मचारी हड़ताल नहीं कर पाएंगे. आदेश के मुताबिक इस नियम का उल्लंघन करने वाले कर्मचारियों को गिरफ्तार किया जा सकता है और एक साल तक सजा हो सकती है. बता दें कि योगी अब तक कई अहम फैसले ले चुके हैं. वो शपथ ग्रहण के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में वीवीआईपी कल्चर को खत्म करने का आदेश दे चुके हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपने मंत्रियों को आदेश दिया था कि वो 15 दिनों के अंदर अपनी आय का ब्योरा दें. इसके साथ ही उन्होंने यही निर्देश नौकरशाहों को भी दिया था. उन्होंने कहा था कि सभी प्रशासनिक अधिकारी अपनी संपत्ति और आय का ब्योरा उन्हें 15 दिनों के अंदर सौंपे.