– महामेट्रो के कार्यकारी संचालक प्रमोद आहूजा का दावा
पुणे (तेज समाचार डेस्क). शिवाजीनगर सिविल कोर्ट स्थित इंटरचेंज स्टेशन वर्ष 2022 में शुरू होगा. इसलिए तब तक वनाज से मनपा भवन व पिंपरी-चिंचवड़ से रेंजहिल्स तक ही मेट्रो शुरू की जाएगी. यात्रियों को स्टेशन से रूट बदलना संभव नहीं होगा. यात्रियों ‘ को रूट बदलने हेतु बस की व्यवस्था की जाएगी. मेट्रो के अंडरग्राउंड रूट का प्रत्यक्ष कार्य वर्ष 2019 में शुरू होगा. यह कार्य वर्ष 2022 में पूरा होगा. यह दावा महामेट्रो के अंडरग्राउंड विभाग के नए कार्यकारी संचालक प्रमोद आहूजा ने की.
रिच-1 के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर गौतम बिर्हाडे व रिच-2 के नए कार्यकारी संचालक अतुल गाडगिल की मौजूदगी में उ न्होंने यह जानकारी दी. शहर में वनाज से रामवाड़ी व पिंपरी-चिंचवड़ से स्वारगेट इन दो रूट्स का कार्य फिलहाल जारी है. इनमें रेंजहिल्स से स्वारगेट यह 5 किलोमीटर लंबाई का मार्ग अंडरग्राउंड होगा. अब यह कार्य शुरू करने संबंधी कार्यवाही की जाएगी. अंडरग्राउंड कार्य की जिम्मेदारी महामेट्रो ने प्रमोद आहूजा को सौंपी है. उन्होंने दिल्ली मेट्रो में अंडरग्राउंड सेक्शन का कार्य किया है. साथ ही रिच-2 की जिम्मेदारी अतुल गाडगिल को सौंपी गई है. गाडगिल को भी दिल्ली मेट्रो में कार्य करने का अनुभव है. वहीं अब तक रिच-2 का कामकाज संभालने वाले गौतम बिर्हाडे को अब रिच-1 यानी पिंपरी-चिंचवड़ से एग्रीकल्चर कॉलेज रूट की जिम्मेदारी सौंपी गई है. प्रमोद आहूजा ने कहा कि पुणे मेट्रो द्वारा अंडरग्राउंड रूट की तैयारी पूरी की गई है. उसके लिए दोनों ओर से शाफ्ट का कार्य शुरू किया गया है. अंडरग्राउंड मेट्रो के लिए दो महीने में टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
– 2019 में शुरू होगा काम
वर्ष 2019 के प्रारंभ में यह कार्य शुरू करने ‘ का प्रबंधन किया गया है. अंडरग्राउंड मेट्रो जिस रूट से जाने वाली है, वह काफी भीड़ वाला इलाका है. इसलिए यह कार्य काफी चुनौतीपूर्ण है. मेट्रो स्टेशन का कार्य करने कम जगह उपलब्ध होगी, इसलिए जमीन के नीचे स्टेशन तैयार किया जाएगा. हर मेट्रो स्टेशन के लिए चार सड़कें होगी. इस बारे में विस्तृत रूपरेखा बनाने की जानकारी उन्होंने दी, अडरग्राउंड का कार्य सुरक्षित पद्धति से किया जाएगा. पुणे में बेसाल्ट पत्थर होने से काम करते समय बड़ी समस्याएं नहीं आएगी. दिल्ली मेट्रो के मुकाबले यहां का कार्य थोड़ा धीमी गति से, लेकिन सुरक्षित होगा. मशीन द्वारा एक दिन में 6 से 10 मीटर |तक का कार्य कर सकते हैं.
-अंडरग्राउंड मेट्रो रूट में 5 स्टेशन होंगे
अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन जमीन के नीचे 15 से 28 मीटर तक रहेगा, अंडरग्राउंड रूट में कुल 5 स्टेशन होंगे, जिनकी चौड़ाई 20 से 22 मीटर होगी. स्टेशन की लंबाई अलग-अलग होगी. जिसमें शिवाजीनगर स्टेशन की लंबाई 203 मीटर, शिवाजीनगर सिविल कोर्ट 172 मीटर, बुधवार पेठ 140 मीटर, महात्मा फुले सब्जी मंडई 248 मीटर व स्वारगेट स्टेशन की लंबाई 190 मीटर होगी.