भोपाल (तेज समाचार डेस्क). 2 दिसंबर 1984 की आधी रात को भोपाल में यूनियन कार्बाइड गैस कंपनी से जहरीली गैस के लीक होने से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई थी. सोमवार को भोपाल गैस पीडि़तों ने गैस कांड की 34वीं बर्सी पर बरकतउल्ला भवन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर काली रैली निकाली. साथ ही डाउ केमिकल का पुतला भी जलाया. इसमें सभी धर्मों के धर्मगुरूओं इसमें महंत चंद्रमादास त्यागी, फादर आनंद, शहर काजी मुश्ताक अली नदवी, ज्ञानी दिलीप सिंह, बाल ब्रह्मचारी, आत्मानंद तारण, भंत शाक्स पुत्र सागर, आमिल सहाब ने श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम में गैस राहत एवं पुर्नवास मंत्री विश्वास सारंग, अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरी सिंह, संभागायुक्त कविंद्र कियावत के साथ बड़ी संख्या में गैस पीड़ित और शहर के लोग शामिल हुए.
– 34 साल बाद आज भी ताज़े है मौत के जख्म
गौरतलब है कि भोपाल गैस त्रासदी के 34 साल पूरे हो गए हैं. इतने सालों बाद भी यहां सैकड़ों परिवारों के जख्म आज भी हरे हैं, क्योंकि आज भी उनके बच्चे उस दर्द के साथ पैदा हो रहे हैं जो 34 साल पहले उन्होंने झेला था. 2 से 3 दिसम्बर 1984 की रात भोपाल की सड़को पर मौत ने तांडव मचाया था. यूनियन कार्बाइड की फैक्ट्री से हुए गैस रिसाव ने हजारों लोगों की जिंदगी छीन ली थी. इस भयावह कांड को 34 साल तो बीत गए लेकिन आज भी इसके जख्म ताज़ा हैं.