पुणे (तेज समाचार डेस्क). 12वीं की परीक्षा हेतु राइटर न मिलने से निराश हुये नेत्रहीन छात्र अनिकेत राजेंद्र सिंगन (20, येवलेवाड़ी) ने आत्महत्या करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुये उसे बचा लिया. लोहियानगर परिसर में यह घटना घटी. उसकी हकीकत जानकर पुलिस की आंखों में भी आंसू छलक पड़े. अनिकेत वाडिया कॉलेज में बारहवीं कक्षा में पढ़ता है. सिंगन नेत्रहीन है. वह मूलरूप से बार्शी तहसील का रहने वाला है. उसका परिवार कई सालों से पुणे में रहता है. उसके पिता नहीं है और मां घरकाम करके घर चलाती है.
– 12वीं की परीक्षा के लिए नहीं मिल रहा था राइटर
नेत्रहीन होने के बावजूद उसने जिद व लगन से 11वीं तक शिक्षा पूरी की. वह होनहार छात्र है, लेकिन नेत्रहीन होने से परीक्षा में उसे राइटर की मदद लेनी पड़ती है. अब फरवरी में 12वीं की परीक्षा शुरू होगी. अनिकेत इसके लिए गत कई महीनों से राइटर की तलाश कर रहा है, लेकिन उसे राइटर नहीं मिला. इससे वह दुखी-निराश हो गया और इसी के चलते उसने आत्महत्या करने का विचार किया. इसी विचार में उसने पुणे स्टेशन से कात्रज के लिए बस पकड़ी. बस लोहियानगर पहचते ही वह अचानक बस से उतर गया और इसके बाद रोड पर चल रही गाड़ियों के सामने खड़ा रहने लगा. नागरिकों ने यह दृश्य देखा और उसे पकड़कर एक तरफ ले गए. वह बार-बार मुझे मरना हैं कह रहा था, तब नागरिकों ने तत्काल कंट्रोल रूम को सूचित किया. इसके बाद खड़क पुलिस स्टेशन के हवलदार अंकुश मिसाल, पुलिसकर्मी सागर घाड़गे और तेजस पांडे मौके पर दौड़ पड़े. उन्होंने अनिकेत को सुरक्षित स्थान पर लेकर उससे पूछताछ की. तब उसने राइटर न मिलने से आत्महत्या करने की कोशिश करने की बात कही.
– पुलिस ने अनिकेत को मदद की अपील
पुलिस ने उसे समझाया और उसकी मां को भी बुलाया. दोनों का उचित मार्गदर्शन करने के बाद उसे सकुशल घर भेज दिया. अनिकेत राइटर की तलाश में है. अब पुलिस ने उसे मदद का भरोसा दिलाया है. इसलिए वह राटइर की प्रतिक्षा कर रहा है.
होनहार अनिकेत को उसकी परीक्षा हेतु राइटर के रूप में कोई मदद करने को इच्छुक है तो वे खड़क पुलिस से संपर्क करें. यह अपील को सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर राजेंद्र मोकाशी ने की है.