पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). सिंचाई घोटाले में अजीत पवार हर हाल में जेल जाएंगे, अपने इस दावे को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रावसाहेब दानवे ने हाल ही में दोहराया है. इस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे ने पलटवार करते हुए दानवे को अजीत पवार की बजाय अपने मुख्यमंत्री और पुणे के पालकमंत्री की चिंता करने की सलाह दी है. उनका दावा है कि स्मार्ट सिटी के टेंडरों की जांच हुई तो मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जेल जाए बगैर नहीं रहेंगे. पुणे के पालकमंत्री गिरीश बापट पर भी अदालत ने मंत्रीपद का दुरूपयोग करने को लेकर फटकार लगाई है.
– जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं अजीत पवार
वाघेरे यह कहना भी नहीं भूले कि, अजीत पवार जांच में पूरा सहयोग दे रहे हैं, जल्द ही सारी सच्चाई सबके सामने आ जायेगी. मगर उनके खिलाफ बयान देने से पहले दानवे को अपना कद देख लेना चाहिए. आज राष्ट्रवादी कांग्रेस को पूरे महाराष्ट्र से भारी समर्थन मिल रहा है. इसी से घबरा कर भाजपा नेता इस तरह की बयानबाजी से लोगों में संभ्रम निर्माण कर रहे हैं. पवार की बजाय अपने मुख्यमंत्री की चिंता करें क्योंकि स्मार्ट सिटी और समृद्धि हाइवे परियोजनाओं की टेंडर प्रक्रिया में उनकी दखलंदाजी सामने आ गई है. मुख्यमंत्री मुंबई में बैठकर पिंपरी चिंचवड की स्मार्ट सिटी योजना के टेंडर अपने लोगों को दिलवा रहे हैं.
– मावल की जनता राकां का ही सांसद चुनेगी
एक सवाल के जवाब में वाघेरे ने मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से राष्ट्रवादी का ही सांसद चुना जाएगा, यह दावा किया है. फिर चाहे प्रत्याशी अजीत पवार के पुत्र पार्थ पवार हो, मैं रहूं या कोई और रहे. भाजपा और शिवसेना दोनों को राष्ट्रवादी के प्रत्याशी का डर है, इसलिए वे गठबंधन को लेकर आग्रही हैं. कौन पार्थ पवार? यह सवाल शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे ने उठाया था. इस बारे में पूछने पर संसद रत्न का खिताब हासिल करने वाले सांसद को इस तरह का सवाल उठाना उचित नहीं. यही नहीं वाघेरे ने संसद रत्न खिताब कैसे मिलता है? यह सब जानते हैं. इस संवाददाता सम्मेलन में विपक्ष के नेता दत्ता साने, पूर्व महापौर मंगला कदम, पार्टी के कार्याध्यक्ष प्रशांत शितोले, नगरसेवक नाना काटे, मयूर कलाटे आदि उपस्थित थे.