पुणे (तेज समाचार डेस्क). शहर में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद तेजी से बढ़ रही है. उल्लेखनीय है कि जो लोग विदेश नहीं गए हैं, ऐसे ज्यादा तर लोगों को कोरोना की बाधा हुई है. शहर में हाल ही में 280 से अधिक लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. खास तौर पर शहर के मध्यवर्ती इलाके में समाज संसर्ग बढ़ता जा रहा है. इस वजह से 6 अप्रैल से पेठ इलाके, कोंढवा, गुलटेकडी जैसे इलाके सील करने का निर्णय महापालिका ने लिया है. जिस तेजी से यह वायरस थैमान मचा रहा है, उसके चलते विभिन्न चरणों में पूरा शहर सील करना पड़ेगा. ऐसे संकेत महापालिका आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने दिए थे. इसके अनुसार शहर के और 22 इलाके सील करने निर्णय महापालिका आयुक्त ने लिया है. इससे सम्बंधित एक पत्र भी उन्होंने जिलाधिकारी को भेजा है.
– मध्यवर्ती इलाके किए गए सील
ज्ञात हो की राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद तेजी से बढ़ती जा रही है. खास तौर से पुणे व मुंबई में इस वायरस ने उत्पात मचाके रखा है. मुंबई में तेजी से हो रहा फैलाव रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कई इलाके सील करने का निर्णय लिया है. उसी तर्ज पर पुणे में भी यह निर्णय हाल ही में लिया गया है. क्योंकि विदेश ना जाते हुए भी शहर के नागरिकों को कोरोना से संबंधित लक्षण नजर आ रहा है. सभी मरीज शहर के मध्यवर्ती इलाके के हैं. इस वजह महापालिका ने 6 अप्रैल रात 12 बजे से महर्षि नगर से लेकर आरटीओ, कोंढवा, सभी पेठ इलाके व गुलटेकडी परिसर सील कर दिया है.
– मनपा आयुक्त ने दिए थे संकेत
महापालिका आयुक्त शेखर गायकवाड़ का कहना था कि जिस तेजी से कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, उसके चलते कई इलाके सील करना अनिवार्य था. उसके अनुसार हमने सील का यह निर्णय लिया है. आगामी काल में यह संक्रमण और भी बढ़ता जा सकता है. इस वजह से सावधानी बरतनी होगी. इसके अनुसार विभिन्न चरणों में शेष इलाके सील करने होंगे. संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए यही एक विकल्प है. इस वजह से शहर के नागरिक भी उसके लिए तैयार रहे. साथ ही आगामी 7 दिन तक पर्याप्त होगा, उतना राशन या सामग्री खरीदे, ऐसा भी आयुक्त ने कहा था. क्योंकि सील करने के बाद नागरिकों के घूमने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी जाएगी. सिर्फ मेडिकल या स्वास्थ संबंधित सुविधा दी जाएगी. इसके अनुसार शहर के और 22 इलाके सील करने निर्णय महापालिका आयुक्त ने लिया है. इससे सम्बंधित एक पत्र भी उन्होंने जिलाधिकारी को भेजा है. इसमें हडपसर के कई इलाके, येरवडा, विमाननगर, शिवाजीनगर परिसर के इलाके, कोंढवा इलाके का कई हिस्सा ऐसे लगभग 22 स्थानों का इसमें समावेश है.