पणजी (तेज समाचार डेस्क). राफेल को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केन्द्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. राहुल गांधी राफेल को लेकर मोदी पर हमला करने का कोई मौका नहीं गंवाना चाहते. लेकिन हर बार उनका झूठ पकड़ा जाता है. बार फिर राहुल के राफेल पर बोले गए झूठ की धज्जियां उड़ गई है. राहुल ने दांवा किया था कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से उनकी पांच मिनट की मुलाकात में पर्रिकर ने कहा कि, राफेल डील बदलते समय प्रधानमंत्री ने उनसे कोई बात नहीं की थी. राहुल के इस झूठ पर गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान राफेल डील पर कोई बातचीत नहीं हुई. पर्रिकर ने कहा कि राहुल ने तुच्छ राजनीति के लिए इस मुलाकात का इस्तेमाल किया है. राहुल ने दावा किया था कि पर्रिकर ने मुलाकात में डील के बारे में बात की थी और कहा था कि डील बदलने से पहले प्रधानमंत्री ने रक्षा मंत्री से बातचीत नहीं की थी. राहुल मंगलवार को अचानक पर्रिकर के कार्यालय पहुंचे थे और उनसे मुलाकात की थी.
– पर्रिकर के खत ने किया पर्दाफाश
पर्रिकर ने राहुल को खत लिखा कि 29 जनवरी को आप बिना पूर्व जानकारी के मेरा हालचाल लेने के लिए आए. हमारे देश में स्वस्थ राजनीतिक संस्कृति है. हम अपने विरोधियों का भी बीमारी की स्थिति में हालचाल लेते हैं और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं. इसी भावना के चलते मैंने आपसे मुलाकात का स्वागत किया और आपके इस दयालु व्यवहार की प्रशंसा की. पर्रिकर ने आगे लिखा कि हालांकि, आपकी मेरे दफ्तर में हुई मुलाकात को लेकर आ रही मीडिया रिपोर्ट्स ने मुझे परेशान कर दिया है. मीडिया में आपके हवाले से यह रिपोर्ट आ रही है कि राफेल हासिल करने में मेरा कोई रोल नहीं था और इस बारे में मुझे जानकारी नहीं थी. मैं हारा हुआ महसूस कर रहा हूं, क्योंकि आपने इस मुलाकात का इस्तेमाल तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया. आपने मुझसे 5 मिनट तक मुलाकात की. इस दौरान ना तो आपने राफेल के बारे में मुझसे कुछ पूछा और ना ही हमने इससे जुड़ी कोई और बातचीत की. राफेल के बारे में हमारी मुलाकात के दौरान कुछ भी नहीं कहा गया.
मनोहर पर्रिकर ने अपने खत में राहुल को आगे लिखा कि शिष्टाचार के तहत मुलाकात के लिए आना और तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए झूठे बयान देना मेरे मन में आपको लेकर सवाल पैदा करता है. इससे आपकी गंभीरता और मुलाकात के मकसद को लेकर सवाल उठता है. मैं जीवन के लिए खतरा साबित होने वाली बीमारी से लड़ रहा हूं. अपनी ट्रेनिंग और मनोबल के चलते मैं हर मुश्किल के बावजूद गोवा के लोगों की सेवा करूंगा. मुझे लगा था कि मुलाकात के दौरान आपकी शुभकामनाएं मेरे इस मकसद में मददगार होंगी, लेकिन मैं यह नहीं जानता था कि आपके इरादे कुछ और हैं. गहरी निराशा के साथ मैं आपको यह पत्र लिख रहा हूं. मैं उम्मीद करता हूं कि आप सच सामने रखेंगे. कृपया किसी बीमार व्यक्ति से मुलाकात का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक मौकापरस्ती को पूरा करने के लिए ना करें.
– पूरे जोश में हूं और होश में भी : पर्रिकर
पर्रिकर ने गोवा विधानसभा में कहा कि मैं आज फिर वादा करता हूं कि मैं गोवा की पूरी ईमानदारी, समर्पण के साथ आखिरी सांस तक सेवा करूंगा. मैं पूरे जोश में हूं और यह बहुत ज्यादा है. मैं पूरी तरह होश में भी हूं.
– क्या बोला था राहुल ने पर्रिकर से मुलाकता के बाद
राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में कहा था कि मैंने कल पर्रिकरजी से मुलाकात की थी. उन्होंने मुझसे खुद कहा था कि डील बदलते वक्त हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के रक्षा मंत्री से नहीं पूछा था. एक तरफ पर्रिकरजी मीटिंग में कहते हैं कि मेरे पास राफेल की फाइल पड़ी हुई है. मुझे गोवा से कोई नहीं निकाल सकता. उनका मंत्री जर्नलिस्ट से टेलिफोन पर बातचीत करता है. मोदीजी पर्रिकर को खुश करने की कोशिश करते हैं.