इंदौर (तेज समाचार डेस्क). नए वित्त वर्ष में शहर की कुछ शराब दुकानों को हटा दिया गया था. ये दुकानें अब दूसरे स्थान पर शुरू की गई है. लेकिन जिन परिसरों में ये दुकानें शुरू की गई है, वहां के नागरिकों ने इन शराब दुकानों का विरोध किया है. विरोध करनेवालों में विशेष रूप से महिलाएं आगे है. गत दिनों पुराने आरटीओ के सामने स्थित शराब की एक दुकान को केशरबाग रेलवे ब्रिज के पास स्थांतरित किया गया है. स्थानीय लोगों ने इस क्षेत्र में इस दुकान का जमकर विरोध किया. गुरुवार को क्षेत्र के रहिवासी बड़ी संख्या में शराब दुकान के सामने एकत्र हो गए और दुकान बंद करने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे.
– शाम होते ही लग जाता है शराबियों का जमघट
रहवासियों का कहना है कि पुराने आरटीओ कार्यालय के सामने स्थित दुकान को यहां शिफ्ट किया गया है. इससे पहले जहां यह दुकान थी वहां रहवासी क्षेत्र दूर था लेकिन यहां दुकान रहवासी क्षेत्र में ही प्रारंभ कर दी गई है. शाम होते ही यहां शराबीयों का जमघट लग जाता है जिसके चलते क्षेत्र का वातावरण खराब हो रहा है. शराब के नशे में मारपीट के साथ ही महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की वारदात होने का खतरा बना रहता है. इसलिए शराब की इस दुकान को तुरंत यहां से हटाना चाहिए. रहवासियों का यह भी आरोप था कि जिस स्थान पर नई शराब की दुकान प्रारंभ की गई है वह ग्रीन बेल्ट की जमीन है.
– गांधीवादी तरीके से किया जाएगा विरोध
रहवासियों के विरोध को देखते हुए आबकारी विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाइश दी. वहीं रहवासियों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी. विभाग के अधिकारियों और पुलिस की समझाइश के बाद रहवासियों ने यह निर्णय लिया है कि जब तक यह शराब की दुकान यहां से हट नहीं जाती तब तक प्रतिदिन गांधीवादी तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.