– इल्हाम की पत्नी और 3 बच्चे भी धमाके में मारे गए
– काफी अमीर परिवार से ताल्लुक रखते थे दोनों भाई
कोलंबो (तेज समाचार डेस्क). गरीबों की फिक्र करनेवाला, खुदा से डरनेवाला एक ऐसा परिवार इस प्रकार का आत्मघाती कदम उठा कर समाज का, इंसानियत का दुश्मन बन जाएगा, आखिर क्यों? इसका जवाब श्रीलंका में किसी के पास भी नहीं है. गुरुवार को पुलिस जब फिदायीन हमलावर इंशाफ इब्राहिम के घर पहुंची, तो वहां मौजूद उसके छोटे भाई इल्हाम ने भी खुद को बम से उड़ा लिया. इसमें इल्हाम की पत्नी और 3 बच्चों की भी मौत हो गई. रॉयटर्स न्यूज एजेंसी ने एक सूत्र के हवाले से यह जानकारी दी है. 21 अप्रैल को श्रीलंका में हुए 8 धमाकों में 359 लोग मारे गए, जिनमें 10 भारतीयों समेत 39 विदेशी नागरिक थे.
– पड़ोसी भी हैरान हैं
दोनों भाई कोलंबो के महावेला गार्डन्स इलाके के एक तीन मंजिला घर में रहते थे. उनके पड़ोस में रहने वाली फातिमा फजला के मुताबिक, वे सभ्य लोगों की तरह दिखते थे. हमें कभी अहसास भी नहीं हुआ कि वे आतंकी गतिविधियों में लगे हुए थे. महावेला गार्डन्स में अमीर लोग रहते हैं.
इंशाफ और इल्हाम के पिता मोहम्मद इब्राहिम को पूछताछ के लिए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मोहम्मद मसालों के कारोबारी हैं और व्यापार जगत में रसूख रखते हैं. उनके छह बेटे और तीन बेटियां थीं.
– ‘मुस्लिमों’ को संदेह की नजरों से देखा जा रहा
फजला ने बताया कि मोहम्मद इब्राहिम गरीबों को खाना-कपड़े देने के लिए मशहूर थे. हमें विश्वास नहीं होता कि उनके बच्चे ऐसा भी कर सकते हैं. इंशाफ-इल्हाम ने जो किया, उससे सभी मुस्लिमों को शक की नजर से देखा जा रहा है. पड़ोस में रहने वाली संजीवा जयसिंघे के मुताबिक, घटना से हैरान हूं. मैं सोच भी नहीं सकती कि वे ऐसे लोग थे.
– कट्टरपंथी था इल्हाम
परिवार के एक करीबी का कहना है कि इल्हाम खुलेतौर पर कट्टरपंथी विचारों का समर्थन करता था. वह स्थानीय चरमपंथी गुट नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) की बैठकों में शामिल होता था. इल्हाम की तुलना में इंशाफ उदार विचारों का था. वह भी गरीब लोगों की मदद किया करता था. इंशाफ ने एक आभूषण निर्माता की बेटी से शादी की थी और उसे पैसे की कोई कमी नहीं की थी.
– पुलिस प्रमुख और सुरक्षा सचिव से इस्तीफा मांगा
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने देश के पुलिस प्रमुख पी. जयसुंदरा और सुरक्षा सचिव एच.फर्नांडो से इस्तीफा देने को कहा है. राष्ट्रपति के करीबी अधिकारी ने न्यूज एजेंसी को बताया कि यह निर्णय रविवार को हुए बम-धमाकों को सुरक्षा में भारी चूक मानते हुए लिया गया. सिरिसेना ने मंगलवार शाम कहा था कि अगले 24 घंटे में सुरक्षाबलों के प्रमुख बदले जाएंगे.