भुसावल. गत 18 सितंबर को भुसावल शहर में हनुमान नगर के हनुमान मंदिर के चबुतरे पर मानसिक रूप से विक्षिप्त विजय लक्ष्मण ठाकुर (53) नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी. इस वारदात की शिकायत बाजारपेठ पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई थी. हत्या के 28 दिनों के बाद काफी मशक्कत के उपरांत पुलिस ने आखिरकार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हे.
जानकारी के अनुसार मृतक विजय ठाकुर मानसिक रूप से विक्षिप्त था. पुलिस के सामने सवाल था कि ऐसे अर्धपागल व्यक्ति का शत्रु कौन हो सकता है. भुसावल शहर को अतिसंवेदनशील क्षेत्र माना जाता है. इस अपराध की जानकारी हासिल करना बहुत कठीन था. अपराध होने के दौरान नवरात्र उत्सव मनाया जा रहा था. इस बीच संबंधित इलाके के काफी युवाओं को एवं बाइक सवारों को पुलिस स्टेशन में लाकर पूछताछ की जा रही थी. घटना घटित होने के बाद उस परिसर के विविध जगहों के सीसीटीवी फुटेज का भी निरीक्षण किया गया तथा लगभग ७० लोगों के बयान लिए गए. विद्यालयीन एवं संदिग्ध व्यक्तियों का सीडीआर लिया गया. इसमें विद्यार्थी से लेकर सफाई कर्मचारी, परिसर के नागरिकों को विश्वास में लेकर जानकारी निकाली गई. इस अपराध में पुलिस अधीक्षक दत्तात्रय कराले, अपर पुलिस अधिकारी बच्चनसिंह, सहायक पुलिस अधिक्षक निलोत्पल के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक चंद्रकांत सरोदे, सहायक पुलिस निरीक्षक मनोज पवार, पुलिस नाईक सुनिल थोरात, संजय भदाणे, दीपक पाटील, कृष्णा देशमुख, निलेश बाविस्कर, दीपक जाधव, प्रशांत चव्हाण, उमाकांत पाटील, सचिन चौधरी आदि ने मामले की जांच के लिये दो अलग-अलग टीमे बनाकर मामले की योग्य जांच शुरू की गई थी.
मामले की जांच के दौरान ही पुलिस निरीक्षक चंद्रकांत सरोदे को मिली गुप्त जानकारी के आधार पर पुलिस अधिकारी एवं कर्मचरियों ने विजय ऊर्फ (राणा) दिलीप चव्हाण निवासी शनि मंदिरा के पास साई डेरी के सामने सोनिच्छावाडी भुसावल एवं मंगेश अंबादास काले निवासी कृष्णा नगर चैतन्य आयुर्वेदिक हॉस्पिटल के पास भुसावल इन दोनों को जांच के लिये हिरासत में लिया गया. उनकी विस्तार से जांच करने पर उन्हे अपराध करने की कबूली दी.