पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). राष्ट्रवादी कांग्रेस के जिन 54 विधायकों के समर्थन के पत्र से अजित पवार ने भाजपा को समर्थन दिया है और जिन 10 से 12 विधायकों की मौजूदगी दिखाकर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की, उनमें तकरीबन सभी विधायक पार्टी हाईकमान शरद पवार के बुलावे पर पार्टी में लौट आये हैं। अब अजित पवार के साथ एकमात्र विधायक रह गए हैं और वे हैं पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र से राष्ट्रवादी के विधायक अण्णा बनसोडे। महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आने के बाद से विधायक बनसोडे अब तक ‘आउट ऑफ रीच’ हैं। जबकि अजित पवार के साथ रहे तकरीबन सभी विधायक राष्ट्रवादी में लौट आए हैं।
– सभी विधायक शरद पवार के पास लौटे
शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस व कांग्रेस के समावेशवाली महाविकास आघाडी अभी सरकार बनाने के मुद्दे पर अंतिम फैसले तक पहुंच ही रही थी कि शनिवार को तड़के राष्ट्रवादी कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजित पवार ने भाजपा को समर्थन देकर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके इस फैसले से राज्य में सियासी भूचाल आ गया है। पवार ने राज्यपाल को राष्ट्रवादी के 54 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा है और यही नहीं शपथविधि के दौरान पार्टी के 10 से 12 विधायक भी मौजूद थे। हालांकि इस सदमे से उबरकर पार्टी हाईकमान शरद पवार ने सारे सूत्र अपने हाथों में लेते हुए तकरीबन सभी विधायकों की ‘घर वापसी’ करा ली है।
– आउट ऑफ रीच है बनसोडे
राष्ट्रवादी कांग्रेस के सभी गायब विधायक उस होटल में पहुंच गए हैं जहां पार्टी के दूसरे विधायकों को ठहराया गया है। जो तीन विधायक अब तक नदारद थे वे भी उस होटल में पहुंच गए हैं। इसमें पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र के विधायक अण्णा बनसोडे अपवाद साबित हुए हैं। जिस दिन से राज्य में सियासी भूचाल आया है उस दिन से वे लगातार ‘आउट ऑफ रीच’ है। मीडिया भी उनसे लगातार संपर्क करने की कोशिश में है, मगर वे ‘नेटवर्क कवरेज एरिया’ से बाहर बताए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि वे अजित पवार के साथ अकेले विधायक रह गए हैं। इसकी वजह भी वैसी है, असल में चुनाव के दौरान उनका टिकट कट गया था। मगर अजित पवार की कृपा से उन्होंने नाटकीय ढंग से रातोंरात टिकट हासिल की और चुनाव जीता।