– एबीवीपी के सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की खरी खरी
पुणे (तेज समाचार डेस्क). पुणे में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 54 वें राज्य सम्मेलन में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि जो लोग “भारत माता की जय” बोलने के लिए तैयार हैं, उन्हें ही भारत में रहने की अनुमति दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में विचार भिन्नता हो सकती है. लोगों को आलोचना करने का भी हक है, पर देश के खिलाफ कहने या करने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती. कुछ ना समझ व कुछ स्वार्थी प्रवृत्ति वाले लोग देश को तोड़ना चाहते हैं. जो कतई ठीक नहीं है. साथ ही उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि क्या हम इस देश को धर्मशाला बनाएंगे?
– विद्यार्थियों का किया जा रहा दुरुपयोग
प्रधान ने कहा कि जिस तरह से सीएए पर विरोधी दलों द्वारा विद्यार्थियों का दुरूपयोग किया जा रहा है वह कतई ठीक नहीं है.उन्होंने कहा कि देश को गुमराह करनेवालों को जवाब एबीवीपी ही दे सकती है. उन्होंने सवाल किया कि क्या नेता जी सुभाष चंद्र बोस का बलिदान बेकार जाएगा? क्या भगत सिंह का बलिदान बेकार जाएगा? क्या लोगों ने स्वतंत्रता के लिए इसलिए लड़ाई लड़ी ताकि आजादी के 70 साल बाद देश इस विषय पर विचार करेगा कि नागरिकता गिनें या न गिनें? क्या इस देश को हम धर्मशाला बनाएंगे. उन्होंने यह भी कहा, आज देश के सामने चुनौती क्या है? देश में नागरिकता गिनती किया जाए की नहीं? क्या इस देश की करोड़ो असंख्य जनता जिसने स्वंत्रता संग्राम में लड़ाई लड़ी, इसलिए कि आजादी के 70 साल बाद इस देश के विषय पर विचार करेगा कि नागरिकता के बारे में हम गिने की ना गिने? क्या इस देश में जो आए रह पाएंगे? इस विषय पर हमको विचार करना पड़ेगा.
– भारतीय संस्कारों व परंपरा की लाइब्रेरी है पुणे
प्रधान ने कहा कि भारतीय परंपरा व संस्कार की लाइब्रेरी पुणे है. जब भी देश में कोई समस्या आई है, तब तब इनके पटाक्षेप के मंथन के लिए जिन जगहों का चयन किया गया, उसमें पुणे भी एक रहा है.
– एबीवीपी देश की सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी
प्रधान ने कहा कि एबीवीपी देश की सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी है. इसी की बदौलत आज वे केंद्रीय मंत्री बन सके. यहां पर मूल्यवर्धित शिक्षा वह भी संस्कार के साथ दी जाती है. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे खुद में आत्मविश्वास लाएं. क्येांकि खुद पर भरोसे ही जीत मिलती है. उन्होंने कहा आज का एबीवीपी बदल गया है. विद्यार्थी अब मोबाइल, वाकी टाकी लेकर घूम रहे हैं. सेल्फी ले रहे हैं.
– विश्व की कंपनियां हमें तेल बेचती हैं
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि आज भारत को लेकर विश्व में परिस्थितियां बदल रही हैं. सौदी अरबिया हमें करीब 3 लाख करोड़ का ईंधन बेचता है. विश्व की कंपनियां हमें तेल बेचने आती हैं. न कि हम तेल खरीदने जाते हैं.