पुणे (तेज समाचार डेस्क). कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए घोषित लाॅक डाउन के दौरान पुणे विभाग के सभी उद्योग बंद किए गए थे. इन सभी उद्योगों में फिर से कामकाज शुरू करनेके संदर्भ में प्रशासकीय प्रक्रिया शुरू की गई है. इसमें भी जीवनावश्यक तथा अत्यावश्यक वस्तूओं के उत्पादन कोही तरजीह दी गई है. इसके तहत पुणे जिले में 532 तथा विभाग में 1365 उद्योगों को कुछ शर्तों के साथ फिर से काम करने की अनुमति दी गई है. लेकिन यह आदेश पुणे और पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के क्षेत्र के लिए नहीं रहेगा, ऐसी जानकारी जिल्हा प्रशासन की ओर से दी गई है.
– कुछ शर्तों के साथ शुरू होंगे उद्योग
पिछले कुछ दिनों से बंद पड़े उद्योगों में कामकाज शुरू करने की मांग हो रही थी. इसके संदर्भ में सरकार की ओर से भी पहल की जा रही है. कुछ शर्तों के साथ औद्योगिक क्षेत्र का कामकाज फिर से शुरू करने के आदेशों पर जिला प्रशासन अमल कर रहा था. इसके तहत जरुरी पासेस उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी तथा जिला आपदा प्रबंधन अधिकाीर नवलकिशोर राम ने दिए थे. इस प्रक्रिया को अमल में लाने के लिए समन्वय अधिकारियों की नियुक्तियां भी की गई थी.
– अत्यावश्यक वस्तुओं के उत्पादनों को तरजीह
पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवड, भोसरी, आकुर्डी, बारामती, पंदरे, चाकण, रांजणगांव, तलेगांव, जेजुरी, कुरकुंभ, इंदापुर, भिगवण, पाटस, तलवड़े, खराड़ी, हिंजवड़ी, खेड सेज इन जगहों पर औद्योगिक क्षेत्र स्थापित है. लाॅक डाउन के चलते यहां के उद्योग तथा इन पर निर्भर सभी उद्योग करीब महिने भर से ठप पड़े है. जीवनावश्यक वस्तुओं की जरुरतों को देखते हुए पहले चरण में केवल अत्यावश्यक वस्तुओं के उत्पाद के लिए तरजीह दी गई है.
– पुणे जिले में 532 उद्योगों को अनुमति
इसके संदर्भ में बोलते हुए उद्योग सहसंचालक सदाशिव सुरवसे ने कहा कि, दवाइयों का उत्पादन करने वाली कंपनियां, कृषि क्षेत्र के लिए उत्पादन बनाने वाली कंपनियां, खेतीमाल प्रक्रिया उद्योग, पैकेजिंग, कोल्ड स्टोअरेज, खाने का तेल उत्पादन करने वाले उद्योगों को शुरू करने के संदर्भ में अनुमतियां दी गी है. पुणे जिले में 532 उद्योगों को कुछ शर्तों पर अनुमति दी गई है. इसके अलावा सोलापुर, सांगली, सातारा, कोल्हापुर जिले में कुल 1365 उद्योगों को अनुमति दी गई है.
– मनपा क्षेत्र के मजदूरों पर प्रतिबंध
यह अनुमति देते हुए केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा जारी नियमावली के पालन के निर्देश दिए गए है. इस अनुमति के पश्चात सोमवार से 25 प्रतिशत उद्योग शुरू होने का अंदेशा जताया जा रहा है. जहां पर यह उद्योग स्थापित है, उस परिसर में रहने वाले मजदूर अपने काम पर जा सकते है. लेकिन पुणे, पिंपरी-चिंचवड महापालिका क्षेत्र में कोरोना प्रकोप काफी ज्यादा है. इसलिए यहां पर रहने वाले कामगारों को काम पर जाने के लिए प्रतिबंध कायम रहेगा. अगले आठ दिनों में कोरोना की स्थिति का जायजा लेने के बाद कोई भी फैसला लिया जाएगा. अगर यहां के उद्योग सुचारू रूप से शुरू हुए तो इसका लाभ करीब 45 हजार मजदूरों को होगा.
– मजदूरों को सुरक्षित यातायात की सुविधा दिलानी होगी
इस विषय पर भारतीय कामगार सेना के महासचिव रघुनाथ कुचिक ने कहा कि, औद्योगिक क्षेत्र में फिर से कामकाज शुरू करने के लिए दीर्घकालीन उपाययोजनाओं पर जोर देना होगा. जहां उद्योग शुरू करने की अनुमति दी गई है, वहां मजदूरों को की यातायात कराने का विषय़ काफी अहम है. मजदूरों को सुरक्षीत यातायात की सुविधा दिलानी होगी. अगर किसी मजदूर को इस दौरान कोरोना का संक्रमण हुआ तो इसकी जिम्मेदारी उद्योग का प्रबंधन लेगा क्या, ऐसा सवाल कुचिक ने व्यक्त किया. इस विषय में भी उद्योजक अपनी भूमिका स्पष्ट करें, ऐसी मांग उन्होंने की.