औरंगाबाद (तेज समाचार डेस्क). मुंबई से अपने परिवार के साथ एक एम्बूलेन्स में सवार होकर औरंगाबाद पहुंची कोरोना पीड़ित शहर के बायजीपुरा निवासी गर्भवती महिला ने शनिवार की सुबह चिकलथाना में स्थित सरकारी जिला अस्पताल में एक लड़की को जन्म दिया है. कोरोना पीड़ित महिला ने लडकी को जन्म देने के बाद जच्चा व बच्चा दोनों सुरक्षित है. भारत में कोरोना पीड़ित दूसरी गर्भवती महिला हैं, जिसने बच्चे को जन्म दिया है, जो औरंगाबाद की निवासी है.
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुंदर कुलकर्णी ने बताया कि गत 10 अप्रैल को मुंबई से अपने परिवार के साथ औरंगाबाद पहुंची बायजीपुरा निवासी गर्भवती महिला तथा उसके 17 वर्षिय बेटे के स्वैब के नमूने लेकर जांच करने पर उन दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाए गए थे. इधर, मामले को गंभीरता को देखकर मां- बेटे को जिला अस्पताल के कोविड-19 सेंटर में भर्ती कराया गया था. उधर, गर्भवती महिला कभी भी बच्चे को जन्म दे सकती थी. जिसके चलते जिला अस्पताल के डॉक्टर पूरी तरह तैयार थे.कोरोना पीड़ित गर्भवती महिला की डिलेवरी सिजेरियन से शनिवार की सुबह की गई. जिला अस्पताल में कार्यरत स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कमलाकर मुदखेडकर, डॉ. कविता जाधव, भूल विशेषज्ञ डॉ. पीएम कुलकर्णी, डॉ. भारती नागरे, बालरोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेखा ढेपले, डॉ. ज्योति दारंवटे, आशा मेरी थॉमस तथा अन्य दो कर्मचारियों ने गर्भवती महिला की डिलेवरी कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की.
– देश की दूसरी तथा विश्व की पांचवीं घटना
डॉ. सुंदर कुलकर्णी ने बताया कि जबसे विश्व में कोरोना संक्रमण फैला तबसे चीन, लंदन, ऑस्ट्रेलिया तथा मुंबई में कोरोना पीड़ित चार गर्भवती महिलाओं की इससे पूर्व डिलीवरी हुई. भारत में इससे पूर्व मुंबई के बाद औरंगाबाद में शनिवार को कोरोना पीड़ित दूसरी महिला की डिलीवरी हुई. ध्यान रहे कि 10 अप्रैल को गर्भवती महिला अपने परिवार के साथ एम्बूलन्स में सवार होकर औरंगाबाद पहुंची थी. तबियत में बिगाड़ के चलते गर्भवती महिला सहित उसके पति तथा 17 वर्षिय लड़के के जिला अस्पताल में स्वैब के नमूने लिए गए थे. जांच में 17 वर्षिय बेटे के अलावा उसकी गर्भवती माता की रिपोर्ट पॉजिटिव पायी गयी थी. इधर, गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म देने ही वाली थी. उसने गर्भ के 9 महिने पूरे कर लिए थे. शनिवार को सिझेरियन कर डिलेवरी की गई. समाचार लिखे जाने तक जच्चा व बच्चा दोनों की हालत बेहतर होने की जानकारी जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुधीर कुलकर्णी ने दी.