पुणे (तेज समाचार डेस्क). कोरोना वायरस ने संपूर्ण मानव समाज के जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है. यहां तक कि लॉकडाउन के चलते जीवनशैली भी परिवर्तित हो गई है. यदि कोरोना का संक्रमण न होता और लॉकडाउन ने लोगों को घरों में बांध कर न रखा होता, तो यह मौसम शादियों का है और लोग इस समय शादी की दावत का आनंद उठा रहे होते. लेकिन इस साल शादियों के मौसम में कइयों ने अपनी शादियों को रद्द कर दिया, वहीं कइयों ने ताम झाम टालकर सादगी से शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया. इस बीच पुणे में एक ऐसी शादी का मामला सामने आया है जिसमें माता पिता की गैरमौजूदगी में खुद पुलिसवालों ने लडक़ी का कन्यादान किया. लॉकडाउन के दौरान पुलिस की अलग-अलग तस्वीरें सामने आ रही हैं, उसमें यह तस्वीर एक अलग ही आदर्श प्रस्तुत कर रही है.
जानकारी के मुताबिक एक आईटी इंजीनियर आदित्य सिंह बिष्ट और एक डॉक्टर नेहा कुशवाहा ने पुणे के अमोनोरा क्लब में शादी कर ली. इस विवाह की विशेषता यह है कि पुणे पुलिस ने कन्यादान किया. लड़के के पिता देवेंद्र सिंह सेना में कर्नल हैं और उनकी पोस्टिंग देहरादून से है, जबकि लड़की के पिता अरविंद सिंह कुशवाहा भी सेना में डॉक्टर हैं और नागपुर में सेना के मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य के तौर पर कार्यरत हैं.
– दोनों के माता-पिता नहीं पहुंच पाए
लॉक डाउन के कारण दोनों तरफ के माता-पिता शादी में शामिल नहीं हो पाए वे देहरादून और नागपुर में ही फंसे हैं. नेहा और आदित्य की सगाई फरवरी में हो चुकी है और 2 मई को उनकी शादी तय की गई थी. दोनों के माता पिता लॉक डाउन में फंसे रहने से उन्होंने स्थानीय पुलिस से लड़की का कन्यादान करने का अनुरोध किया. सेना के अधिकारियों के अनुरोध का सम्मान करते हुए हड़पसर के पुलिस निरीक्षक प्रसाद लोणारी ने लॉकडाउन में इस अनूठी शादी का आयोजन किया और लड़की का कन्यादान भी किया. इस दौरान सोशल डिस्टन्टिंग का कहीं उल्लंघन न हो इसका पूरा ध्यान रखा गया.
– पुलिस ने दी इजाजत
इससे पहले भी पुणे पुलिस एक ऐसी अनोखी शादी की गवाह बनी है. कोरोना महामारी में पुणे शहर रेड जोन और ग्रीन जोन में बंटा है. इस दौरान पुलिस ने शादी के लिए दूल्हे व उसके परिवार को ग्रीन जोन से रेड जोन में जाने की परमिशन दी. दरअसल वेलनेस कोच रेशमा नानवारे (33) कोंढवा में रहती हैं, जो कि बढ़ते मामलों के कारण शुरुआत से ही रेड जोन में है. वहीं धनकवड़ी के उद्यमी हर्षल पवार (34) जिनका इलाका ग्रीन जोन में आता है. इस कारण से दोनोंं का मिलना नामुमकिन हो गया था. इसके बाद दूल्हे के परिवार ने दोनों की शादी के लिए पुलिस से रेड जोन में जाने की इजाजत मांगी थी. पुलिस ने इसके बाद दोनों परिवारों को शादी के लिए इजाजत दे दी. हालांकि सबसे पहले उनका तापमान चेक किया गया और उनके सेनेटाइजर दिया.
कात्रज चौक में फूलों से स्वागत
कात्रज चौक में पुलिसकर्मियों ने उन सभी का स्वागत फूलों से स्वागत भी किया. शादी के बाद पुलिस की तरफ से दोनों को मास्क और सैनेटाइजर गिफ्ट में दिए गए. पवार ने बताया कि मेरे माता- पिता की शादी भी 29 अप्रैल को ही हुई इसीलिए मैंने अपनी मां को दिया हुआ वादा निभाया. जिनकी 2008 में मौत हो गई थी. मैं शादी को स्थगित नहीं करना चाहता था. मेरे माता-पिता का विवाह एक ही तारीख को हुआ था और इसलिए, मैं अपनी मां को श्रद्धांजलि देना चाहता था. यह पुलिस के बिना संभव नहीं होता. इसके अलावा पुलिस कर्मियों ने कात्रज चौक पर उनका स्वागत किया. इस शादी में पंडित समेत सात लोग शामिल होने तक मास्क लगाए अलग-अलग बैठे थे.