पुणे (तेज समाचार डेस्क). पुणे रेल मंडल द्वारा पुणे एवं आसपास के क्षेत्रों में लॉक डाउन के कारण फंसे हुए अन्य राज्य के श्रमिकों, पर्यटकों, छात्रों, और अन्य प्रवासी लोगों को देश के कोने – कोने में उनके राज्यों तक पहुंचाने के लिए श्रमिक विशेष गाड़ियां राज्य सरकारों के अनुरोध पर चलाई जा रही है. इसके लिए पुणे रेल मंडल की मंडल रेल प्रबंधक श्रीमती रेणु शर्मा के मार्गदर्शन एवं उनके द्वारा राज्य प्रशासन के अधिकारियों के साथ किए जा रहे उचित समन्वय से पुणे रेल मंडल ने अब तक 138 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं.
– पुणे स्टेशन से चलाई गई 77 श्रमिक ट्रेनें
रेल अधिकारियों तथा कर्मचारियों की समर्पित टीमें इसमें विशेष भूमिका निभा रही है उनके द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों से स्टेशनों पर सभी जरूरी इंतजाम करने में बड़ी मदद मिल रही है.जिसके चलते स्टेशनों पर गाड़ियों का संचालन सुचारू रूप से चल रहा है. इन 138 ट्रेनों में से पुणे स्टेशन से 77 श्रमिक स्पेशल गाड़ियां छोड़ी गई है इसके अलावा कोल्हापुर से 23, मिरज से 12, सातारा से 14, उरुली स्टेशन से 12 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई है. इसमें मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश बिहार, राजस्थान,उत्तराखंड तमिलनाडु, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, जम्मू के साथ ही मणिपुर, असम जैसे सुदूरवर्ती राज्यों को भी ये ट्रेनें रवाना की गई हैं.
– राज्य सरकार के अनुरोध पर चलाई गई ट्रेनें
7 मई से शुरू की गई इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की श्रृंखला में 30 मई तक की अवधि में 138 ट्रेनों के ज़रिए अब तक 1 लाख 77 हजार से ज्यादा लोगों को अपने घरों तक पहुंचाने में पुणे रेल मंडल ने बड़ी भूमिका निभाई है. इसमें पुणे स्टेशन से 77 ट्रेनों के माध्यम से एक लाख से ज्यादा लोगों ने यात्रा की है. श्रमिक स्पेशल ट्रेनें राज्य सरकारों के अनुरोध तथा उनकी मांग पर ही चलाई जा रही है. श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना होने से पहले जिला प्रशासन द्वारा सभी तरह की जांच प्रक्रिया तथा प्रवासियों की आवश्यक मेडिकल जांच आदि औपचारिकताओं के बाद उनके द्वारा रजिस्टर्ड लोगों को ही इन गाड़ियों में भेजा जा रहा है. इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि इसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क करें. कोई भी यात्री सीधे स्टेशन न पहुंचे. श्रमिक स्पेशल के सभी यात्रियों को स्टेशन से रवाना होने से पहले भोजन के पैकेट तथा पानी की बोतलें दी जा रही है. यात्रियों को यात्रा करते समय सोशल डिस्टेंस का पालन करना, सफाई का समुचित ध्यान रखना, डिब्बों में गंदगी न करना, इधर -उधर नहीं थूकना , चेहरे पर मास्क लगाने जैसे नियमों का पालन करने के लिए बताया जा रहा है.