पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आनेवाले लोगों के लिए पिंपरी चिंचवड़ मनपा द्वारा मोशी में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां संदिग्ध लोगों को रखा गया है. यहां प्रशासन द्वारा लोगों को सुविधाएं नहीं दी जा रही है, ऐसा आरोप लगाते हुए मंगलवार को लोगों ने क्वारंटाइन सेंटर से भागने की कोशिश की. हालांकि गेट लॉक रहने से वे ऐसा नहीं कर सके, मगर आक्रोशित लोगों द्वारा खुदकुशी करने की चेतावनी दिये जाने के बाद प्रशासन नींद से जागा. आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर लोगों को सभी सुविधाओं को लेकर आश्वस्त किये जाने के बाद लोगों का गुस्सा शांत हो सका.
– दो दिन पहले भी हुई थी घटना
आज मोशी में मनपा के क्वारंटाइन सेंटर में असुविधाओं का आरोप लगाकर यहां से भागने की कोशिश की गई. दो दिन पहले भी यहां लोगों ने इसी तरह से बाहर निकलने की कोशिश की थी तब अधिकारियों ने उन्हें कोई असुविधा न होने देने को लेकर आश्वस्त किया था. इसके बाद आज सुबह वही घटना दोहराई गई.
– निम्न दर्जे का दिया जा रहा भोजन, नाश्ता
इस क्वारंटाइन सेंटर में 210 लोगों को रखा गया है, उनकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट देरी से मिल रही है और उन्हें समय पर खाना-नाश्ता नहीं मिल रहा है, यह आरोप लोगों ने लगाया है. उनकी यह भी शिकायत है कि उन्हें काफी हीन दर्जे का भोजन दिया जा रहा है. हालांकि प्रशासन ने इस आरोप को सिरे से नकारा है. प्रशासन का कहना है कि रिपोर्ट देरी से मिलने की वजह से परेशान होकर लोगों ने ऐसा कदम उठाया है. जबकि उनके खाने-पीने, चाय- नाश्ते का सारा प्रबंध कर रखा गया है और समय पर दिया भी जा रहा है. बहरहाल इस हंगामे की खबर मिलते ही मनपा के अतिरिक्त आयुक्त संतोष पाटिल, सहायक आयुक्त अण्णा बोदडे मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाया और उन्हें किसी शिकायत का मौका न देने को लेकर आश्वस्त किया.