पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). कोरोना वाइरस ने भले ही पूरी दुनिया में दहशत फैला रखी हो, लेकिन यह भी सच है कि हमारे देश में मृतकों से ज्यादा तादात उन लोगों की है, जिन्होंने कोरोना को मात दी है. इस बात से यह साबित होता है कि यदि सावधानी बरती जाए और हमारे शरीर की रोगप्रतिकारक शक्ति को मजबूत किया जाए तो कोरोना को परास्त किया जा सकता है.
– वाईसीएम के बाल रोग विभाग में चल रहा था इलाज
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पिंपरी चिंचवड़ शहर के वाईसीएम हॉस्पिटल से एक अच्छी खबर आई है. यहां एक डेढ़ माह के शिशु और उसके 4 वर्षीय भाई ने इस महामारी को मात दी है. चिंचवड़ संभाजीनगर के रहवासी इन भाइयों के कोरोना ग्रस्त रहने की पुष्टि हुई थी. मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल के बालरोग विभाग में एडमिट दोनों भाइयों को 14 दिन के इलाज के बाद डिस्चार्ज दिया गया.
– बच्चों की मां की रिपोर्ट निगेटिव
इन बच्चों की मां डिलीवरी के लिए मुंबई गई थी और माहभर बाद पुणे लौटी. उसके नवजात शिशु को बुखार आने से उसे वाईसीएम हॉस्पिटल ले जाया गया. यहां मां, बच्चों की कोरोना जांच की गई. इसमें दोनों बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली हालांकि मां की रिपोर्ट निगेटिव रही. बच्चों के दादा की रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली. दोनों बच्चों को वाईसीएम हॉस्पिटल के बालरोग विभाग में भर्ती किया गया. यहां 14 दिन के इलाज के बाद दोनों बच्चों की दोनों भी रिपोर्ट निगेटिव आई.
इसके बाद रविवार को उन्हें अस्पताल से घर छोड़ा गया. उनकी मां और परिजनों ने वाईसीएम हॉस्पिटल के अधिष्ठाता डाॅ राजेंद्र वाबले, डाॅ अनिकेत लाठी, बालरोग विभाग प्रमुख डॉ. दीपाली अंबिके, चिकित्सा अधिकारी डाॅ. संध्या हरिभक्त, डॉ. सीमा सोनी, डॉ. सूर्यकांत मुंडलोड, डॉ. नुपूर कत्रे, डॉ.शीतल खाडे, डॉ.प्राजक्ता कदम, डॉ.गौरव शर्मा, डॉ.सबाहत अहमद, डॉ.अभिजीत ब्याले, डॉ. रिजवना सय्यद, डॉ.कोमल बिजारनिया व सर्व परिचारिकाओं का आभार जताया.