छतरपुर. गत वर्ष 8 नवंबर को केन्द्र सरकार ने 500 और 1000 के नोटों को चलन से बाहर कर दिया था. इसके बाद 31 दिसंबर तक इन नोटों को बैंक से बदलने की मोहलत सरकार की ओर से दी गई थी. लेकिन अभी भी कई लोगों के पास इन पुराने नोटों का जखीरा है, क्योंकि कालेधन के रूप में जमा कर रखा गया यह पैसा मिलने पर संबंधित व्यक्ति को इसका हिसाब देना पड़ेगा. इसलिए अब जब इन पुराने नोटों को बदलने के सभी प्रयास इन कालेधनवालों के फेल हो गए, तो अपने पास रख कर खतरा मोल लेने से बेहरत है इन्हें फेंक दिया जाए. अब इन नोटों को फेंकने के लिए भी लोग अलग-अलग तरकीब अपना रहे हैं. सोमवार को मध्यप्रदेश के छतरपुर के पेट्रोल पम्प के सामने बोरियों में पुराने 500-1000 रुपए के नोटों की कतरन मिली है. सड़क किनारे पड़ी नोटों की कतरन देखने के लिए भीड़ एकत्र हो गई, सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंच गई और जांच शुरू कर दी है.
जिले के रिलायंस पेट्रोल पम्प के पास कई बोरियों में 500 एवं 1000 की पुरानी नोटों की कतरन पड़ी मिली है. कतरन में ज्यादातर हजार के नोट हैं. नोटबंदी के इतने दिनों बाद बड़ी संख्या में इतने सारे नोटों की कतरन कहां से आई और किसकी है फिलहाल पुलिस के लिए यह एक पहेली बना है.
पुलिस का कहना है कि वह हर एंगल से जांच कर रही है, अभी इस बात का पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये नोट किसने फेंके हैं. फेंकी गई कतरन करोड़ों रुपए की हो सकती है. पुलिस किसी बैंक अधिकारी को बुलाकर नोटों के कतरन की पुष्टि भी करना चाहती है.
नोटबंदी के समय जिले के कई व्यापारियों और अधिकारियों सहित नेताओं के पास आय से अधिक पैसे होने की बात कही जा रही थी. लेकिन किसी ने भी अपने पैसों का खुलासा नहीं किया था.