धुलिया (वाहिद काकर ). क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर हेमंत पाटिल को रविवार को बड़ी सफलता मिली है. पाटिल की टीम ने मोहाडी थाना क्षेत्र के एक खेत में दबिश देकर हजारों रुपए के ६१ गौ वंशों को जीवनदान दिया है. इस मामले में पुलिस ने दो पशु तस्करों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. कार्रवाई के दौरान रात के अंधरे का फायदा उठाकर दो बदमाश फरार होने में सफल हो गए हैं.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक विश्वास पांढरे को ख़ुफ़िया सूचना मिली कि मोहाडी थाना क्षेत्र स्थित अनवर नाला समीप एक खेत में हत्या करने के इरादे से क्रूरता पूर्वक ६१ गो वंशीयों को बांधकर रखा गया है. पुलिस अधीक्षक ने तत्काल क्राइम ब्रांच पुलिस इंस्पेक्टर हेमंत पाटील को मार्गदर्शन कर गोवंश को कुशलता से तस्करों के कब्जे से मुक्त कराने के आदेश जारी किए .
– खेत में बंदी बनाए गए थे जानवर
क्राइम ब्रांच टीम ने अनवर नाला के करीब वसीम जब्बार शेख के खेत में दबिश देकर ५५ बैल तथा ०६ गऊ इस तरह ६१ गोवंश को बरामद किया है जिन्हें अपराधियों ने कत्ल के इरादे से क्रूरता पूर्वक बंदी बनाकर रखा था. इस मामले में पुलिस ने वसीम जब्बार शेख तथा अमीर रशिद खान ऊर्फ गुड्डू के विरुद्ध मोहाडी पुलिस थाने में महाराष्ट्र प्राणी संरक्षण सुधारणा अधिनियम सन २०१५ धारा ५ ब,क ९ अ,महाराष्ट्र पुलिस कानून की धारा ११९ अनुसार मामला दर्ज किया है.
– आधी रात को की गई कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक विश्वास पाढंरे, अपर पुलिस अधीक्षक राजू भुजबल के मार्गदर्शन में स्थानीक अपराध शाखा पुलिस निरीक्षक हेमंत पाटील एपीआय उमेश बोरसे पीएसआई अनिल पाटील हेड कांस्टेबल /३३६ सुनिल विचुरकर /८५९६ हिरालाल ठाकरे /१५० रफिक पठाण पुलिस नायक /५८१ श्रीकांत पाटील प. कॉ/१३०६ चेतन कंखरे /९५४ किशोर पाटील /१६७२ सागर शिर्के /६३६ तुषार पारधी /११७१ महेश मराठे चालक प २८ विलास पाटील/८०३ केतन पाटील आदि ने शनिवार की आधी रात को अंजाम दिया है. इस घटना की जांच मोहाडी पुलिस थाना प्रभारी अधिकारी पोनी सतिष गोराडे कर रहे हैं.
– मोहाडी पुलिस को नही थी जानकारी
मोहाडी थाना क्षेत्र के अनवर नाला समीपवर्ती इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से प्रतिबंधित गोवंश को कत्ल के इरादे से बंधक बनाकर रखा गया था. इस गैरकानूनी कारोबार समेत अन्य कारोबारपर शहर के विधायक फारुख शाह ने पुलिस अधीक्षक श्री विश्वास पांढरे को रोकथाम करने ज्ञापन सौंपा था. इस स्थान पर कब से अवैध रूप से प्रतिबंधित गोवंश की वध हेतु बिक्री किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई थी. आश्चर्यचकित बात है कि इस गोरखधंधे की जानकारी मोहाडी पुलिस को कैसे नहीं हुई इस तरह की चर्चाएं धुलिया में गर्म थी.