– आरोपी इमरान का दूसरा साथी आसिफ भी गिरफ्तार
– मंदसौर में महिला संगठनों ने किया प्रदर्शन
मंदसौर (तेज समाचार डेस्क). मध्यप्रदेश के मंदसौर में स्कूल से लौट रही सात साल की मासूम बच्ची के साथ दो मुस्लिम युवकों द्वारा सामूहिक बलात्कार किया गया. बलात्कार के बाद इन दोनों बलात्कारियों ने हैवानियत की सारी सीमाएं लांघते हुए बच्ची का गला रेत कर उसे जान से मारने की कोशिश की. बच्ची को इतने जख्म दिए गए कि आईसीयू में भर्ती छूने भर से ही तड़प उठती है. इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले इमरान नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस ने शुक्रवार को दूसरे आरोपी आसिफ (24) को भी गिरफ्तार कर लिया है. बिल्डिंग मटेरियल का काम करने वाले आसिफ ने कबूल लिया है कि उसने भी बच्ची के साथ उसने भी गलत काम किया है. उधर, बच्ची के न्याय के लिए शुक्रवार को दूसरे दिन भी शहर बंद रहा.
– कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आरोपी को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले, इसके लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी. उन्होंने कहा कि ये घटना दरिंदगी की इंतेहां है, सरकार आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दिलाने की कोशिश करेगी. मंदसौर के बार एसोसिएशन ने आरोपियों की पैरवी नहीं करने का भी फैसला लिया है. एसोसिएशन ने कहा कि बच्ची के पक्ष में 100 वकील नि:शुल्क पैरवी करेंगे. वहीं मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय बाल आयोग की टीम शनिवार को इंदौर पहुंचेगी.
– समाज में रहनेलायक नहीं दुष्कर्मी : शिवराज सिंह
मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा, कि इस तरह के दरिंदों को सभ्य समाज में रहने का हक नहीं है और ऐसे लोगों को फांसी से कम सजा नहीं होना चाहिए. प्रशासन आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए पूरा प्रयास करेगा. मुख्यमंत्री ने पीड़ित बच्ची के बारे में कहा कि वह मध्यप्रदेश की बेटी है और वे स्वयं उसके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं. सरकार कोशिश कर रही है कि वह पूरी तरह स्वस्थ हो जाए. इंदौर के अस्पताल में भर्ती बेटी के स्वास्थ्य की वो लगातार जानकारी ले रहे हैं.
– एमवाई अस्पताल के आईसीयू में पीड़ित बच्ची का इलाज
एमवाई अस्पताल में भर्ती रेप पीड़िता का मामला आनंद हाई कोर्ट पहुंच गया है. एक संस्था द्वारा दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि मासूम को सरकारी खर्च पर प्लेन से दिल्ली ले जाया जाए, जहां सरकारी खर्च पर ही उसका एम्स में इलाज करवाया जाए. याचिका में यह मांग भी की गई कि सरकार बच्ची के परिजन को तत्काल आर्थिक सहायता व अंतिम रूप से क्षतिपूर्ति राशि दे. याचिका में यह भी कहा गया है कि दुष्कर्म जैसी घटनाओं के लिए मध्यप्रदेश देश में काफी आगे चल रहा है. इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. ऐसी सरकार को बने रहने का अधिकार नहीं है. अत: राज्य सरकार को तत्काल भंग कर राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए.
– नेताओं का अस्पताल में तांता
शुक्रवार को मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता, इंदौर विधायक सुदर्शन गुप्ता, ऊषा ठाकुर, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, जीतू जिराती और घनश्याम कांकाणी सहित कई नेता बच्ची से मिलने एमवाई अस्पताल पहुंचे. लेकिन बच्ची की नाजुक हालत के कारण किसी को भी बच्ची से नहीं मिलने दिया गाय. करीब 2 घंटे तक वे परिजन और डॉक्टरों से बात करते रहे.
– दुष्कर्मियों को फांसी दी जाए
बच्ची से मिलने के बाद आक्रोशित विधायक ऊषा ठाकुर ने कहा कि आरोपियों को सरेआम फांसी दी जाए. इन्हें कब्रिस्तान में भी जगह नहीं मिलनी चाहिए. जब चील-कौवे इनकी लाश खाएंगे, तब जाकर ऐसे नर-पिशाचों की संवेदना शायद जाग सके, इन्हें खुलेआम शूट कर देना चाहिए.
– हैवानियत भरी घटना
सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि यह बहुत की हैवानियतभरी घटना है. बच्ची को जल्द से जल्द न्याय दिलवाया जाएगा. फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलवाकर आरोपी को जल्द से जल्द सजा दिलवायी जाएगा.
– शनिवार को आएगी बाल आयोग की टीम
मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग कि टीम शनिवार को इंदौर पंहुचेगी. आयोग कि मेंबर सेकेट्री गीता नारायण मध्यप्रदेश बालआयोग के अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा के साथ मासूम के परिजनों से मुलाकात करेंगी. मध्यप्रदेश बाल कल्याण आयोग ने इस मामले में मंदसौर से जांच अधिकारी को भी तलब किया है.
– घाव भरने में लगेंगे 15 से 20 दिन
एमवाई अस्पताल में 10 डॉक्टरों की टीम की निगरानी में बच्ची का इलाज चल रहा है. बच्ची के जख्म इतने गहरे हैं कि उन्हें भरने में 15 से 20 दिन का समय लगेगा. बच्ची को इतना दर्द है कि उसे कोई छूता है तो वह कराह उठती है. बच्ची की अलग-अलग सर्जरी की गई है. डॉक्टरों के अनुसार बच्ची की हालत अब खतरे से बाहर है.
– विरोध में शनिवार को भी बंद रहेंगे स्कूल
घटना के विरोध में गुरुवार को मंदसौर सहित पिपलियामंडी, दलौदा बंद रहा. वहीं शुक्रवार को सीतामऊ, सुवासरा, संजीत व शामगढ़ बंद है. बाल कल्याण समिति व निजी स्कूल एसोसिएशन ने सभी विद्यालयों को बच्चों के सुरक्षा के इंतजाम रखने के लिए पत्र लिखा है. निजी स्कूल एसोसिएशन अध्यक्ष रूपेश पारिख ने कहा शनिवार को सभी स्कूल बंद रहेंगे और संचालकों द्वारा प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जाएगा.
– महिला संगठन ने निकाली रैली
घटना के विरोध में महिला संगठन ने विश्वपति शिवालय से कंट्रोल रूम तक रैली निकाल कर ज्ञापन दिया. गरोठ में हिंदूवादी संगठन ने दोपहर में विजय स्तंभ पर सीएम के नाम एएसपी को ज्ञापन सौंपा.
– मुस्लिमों ने भी घटना की निंदा
लोगों ने मदरसा मुफिदुल इस्लाम में एकत्र होकर घटना की निंदा की तथा एसडीओपी व पुलिस विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन दिया. इसी तरह मेव वेलफेयर सोसायटी, मुस्लिम महासभा द्वारा समाज की ओर से दोपहर में कलेक्टोरेट पहुंचकर ज्ञापन दिया. समाज के पूर्व सदर भूरा मेव ने कहा जिन्होंने यह कृत्य किया उनका कोई इमान, धर्म नहीं है. ऐसे आरोपियों को फांसी की सजा दी जाएगी.
– 5 दिन के पुलिस कस्टडी में भेजे गए दोनों दुष्कर्मी
आरोपी इरफान को 2 जुलाई तक के लिए पुलिस रिमांड में रखे जाने का फैसला हुआ. एसपी मनोज सिंह के अनुसार आरोपी के खिलाफ पास्को एक्ट, हत्या, बलात्कार, अपरहण सहित कई मामले में केस दर्ज किया है. जांच के लिए विशेषज्ञ पुलिस अफसरों की 15 सदस्यीय टीम बनाई है. आरोपी का डीएनए टेस्ट होगा, जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में मंगवाएंगे. उन्होंने 20 दिन के भीतर चालान पेश कर आरोपी को फांसी की सजा दिलवाने की बात भी कही.
– मंगलवार को हुई की शर्मसार कर देनेवाली घटना
सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाली सात साल की बच्ची को मंगलवार को छुट्टी के बाद स्कूल गेट से आरोपी इरफान लड्डू खिलाने के बहाने अपने साथ ले गया था. बुधवार को वह लहूलुहान हालत में झाड़ियों के बीच पड़ी मिली थी. बच्ची द्वारा बताए गए दो लोगों में से पुलिस ने एक आरोपी इरफान को बुधवार रात गिरफ्तार किया था, लेकिन दूसरा आरोपी फरार था. शुक्रवार को पुलिस ने दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया, जिन्हें अदालत ने 5 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
– छूने से ही दर्द से तड़प उठती है मासूम
एमवाई अस्पताल के वार्ड में कांच के केबिन में बंद एक बच्ची के कराहने की आवाज हर किसी को भीतर तक झकझोर देता है. यह मंदसौर की वही 3 साल की वहीं बच्ची है जिसे दो दरिंदों ने अपनी हैवानियत का शिकार बनाया है. पूरे शरीर पर सफेद पटि्टयों से लिपटी बच्ची जब भी आंख खोलती है तो उस मंजर को याद कर उसकी आंख बहने लगती है. उसे कोई टच भी करता है तो वह डरकर मां को पकड़ लेती है.
– फांसी पर लटका देखता चाहती हूं आरोपियों को
सिरहाने बैठी मां की आंखे भी भीगी है. जो भी आता है बस वह यहीं करती है कि मेरी फूल सी बच्ची का क्या कसूर था जो उन हैवानों ने जीवन भर का दर्द दिया है. दो दिन पहले ही मैंने उसे तैयार कर स्कूल भेजा था. क्या पता था कि वह घर नहीं लौटेगी, और उसे मैं आखरी बार देखूंगी तो खून से लथपथ. जिन हैवानों ने मेरी बेटी का यह हाल किया है मैं उन्हें फांसी के फंदे पर लटका देखना चाहती हूं. बच्ची को यदि नर्स या डॉक्टर भी टच करते हैं तो वह डरकर चीखने लगती है…मुझे मत मारो. डॉक्टरों के अनुसार बच्ची के शरीर में गहरे घाव है. घावों को देखकर ऐसा लगता है कि आरोपियों ने उसको मारने की पूरी कोशिश की थी लेकिन वह बच गई. मल पास कराने के लिए बच्ची की एक अलग से सर्जरी की गई है. इसके अलावा नाजुक अंगों की भी सर्जरी की गई है. शरीर के हर भाग में कट के निशान हैं. जिन्हें दवाइयों के जरिए ठीक करने की कोशिश की जा रही है. बच्ची को सामान्य होने में करीब 15 से 20 दिन का समय लगेगा. जरूरत पड़ने पर बच्ची की और भी सर्जरी की जाएगी. अभी बच्ची की हालत खतरे से बाहर है. 10 डॉक्टरों की टीम उसकी निगरानी कर रही है.