नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). एक ओर विपक्ष भले ही देश में बेरोजगारी के बढ़ने के आरोप लगा कर केन्द्र की मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश करता रहा हो, लेकिन ईपीएफओ ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके अनुसार नवंबर 2018 में 7.32 लाख बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध हुआ. यह आंकड़ा एक साल पहले इसी माह के मुकाबले 48 प्रतिशत अधिक है.
– बढ़ रहा है रोजगार का आंकड़ा
पिछले 15 माह में नवंबर के दौरान सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा हुए. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है. इसके मुताबिक एक साल पहले नवंबर में 4.93 लाख लोगों को ही रोजगार मिला था. ईपीएफओ के भविष्य निधि कोष में पिछले 15 माह (सितंबर 2017 से लेकर नवंबर 2018) के दौरान कुल 73.50 लाख नये नाम दर्ज किये गये. इससे यह संकेत मिलता है कि देश के संगठित क्षेत्र में इतने लोगों को रोजगार मिला है. दरअसल, वेतनभोगी लोगों का ईपीएफ जमा करने के लिये उनका नाम ईपीएफओ रजिस्टर में दर्ज किया जाता है. इस रजिस्टर में दर्ज होने वाले नये नाम से किसी खास अवधि में रोजगार पाने वाले लोगों का संकेत मिलता है.
हालांकि, ईपीएफओ ने अक्टूबर 2018 के रोजगार आंकड़ों को संशोधित कर 6.66 लाख किया है. इससे पहले यह आंकड़ा 8.27 लाख बताया गया था. संगठन ने सितंबर 2017 से लेकर अक्टूबर 2018 के दौरान ईपीएफ में दर्ज होने वाले कुल आंकड़ों को भी पहले के 79.16 लाख से संशोधित कर 66.18 लाख किया है.
आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल मार्च में ईपीएफओ की भविष्य निधि योजना में सबसे कम 55,831 नये नाम दर्ज हुए थे. ईपीएफओ आंकड़ों के मुताबिक नवंबर 2018 में सबसे ज्यादा 2.18 लाख रोजगार 18 से 21 आयु वर्ग में दिये गये. इसके बाद 2.03 लाख रोजगार 22 से 25 वर्ष के आयु वर्ग में मिले हैं.

