पुणे (तेज समाचार डेस्क). राजनीति का मूल आधार समाजसेवा है. इसलिए लोगों की सेवा करना ही सच्ची समाजसेवा और राजनीति है. अटलबिहारी वाजपेयी ने शोषित, दलितों की सामाजिक व आर्थिक समस्याओं को हल करके अन्य लोगों को एक अच्छी विचारधारा और प्रेरणा दी है. उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन ही देश और समाज के लिए समर्पिक कर दिया. अपने पूरे जीवन में उन्होंने सिर्फ राष्ट्रभक्ति का ही पाठ पढ़ा और पढ़ाया. उन्होंने सदैव ही देश की प्रतिष्ठा और विकास की ही चिंता की. उन्हीं के बताए अनुसार राजनीति में ८० प्रतिशत समाजनीति यानी समाजसेवा कर शिक्षा, स्वास्थ्य, जैसे क्षेत्रों में बड़े स्तर पर काम करने की जरूरत है. यह प्रतिपादन केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने यहां किया.
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी की ९४वीं जयंती के नितित्त पुणे में रक्तदान महायज्ञ का आयोजन किया गया. नगरसेवक हेमंत रासने मित्र परिवार की ओर से नू.म.वि. प्रशाला में यह रक्तदान शिविर आयोजित किया गया. इस समय पुणे जिले के पालकमंत्री गिरीश बापट, सांसद अनिल शिरोले, मुख्य आयोजक नगरसेवक हेमंत रासने, राज्यमंत्री दिलीप कांबले, महापौर मुक्ता तिलक, भाजपा पुणे शहराध्यक्ष योगेश गोगावले सहित विधायक मेधा कुलकर्णी, स्थायी समिति अध्यक्ष योगेश मुलीक, सभागृह नेते श्रीनाथ भिमाले आदि उपस्थित थे.
– अटल बिहारी वाजपेयी ने पढ़ाया समाजसेवा का पाठ
नितीन गडकरी ने कहा कि पांच हजार रक्तदाताओं ने अमूल्य रक्तदान कर यहां अटल बिहारी वाजपेयी को सच्ची श्रद्धांजलि दी है. उनकी कविताओं, भाषणों, विचारों के माध्यम से हम सभी को देश के लिए समर्पित होने की भावना मिलती है और प्रोत्साहन मिलता है. इस लिए राजनीति में सदैव ही समाजसेवा का प्रतिशत बड़ा ही होना चाहिए.
– रक्त किसी कारखाने में नहीं बनता
हेमंत रासने ने अपने संबोधन में कहा कि, भले ही आज विज्ञान ने कितनी भी प्रगति कर ली हो, लेकिन फिर भी आज तक मनुष्य रक्त का विकल्प विज्ञान नहीं खोज पाया है. मनुष्य रक्त किसी भी कारखाने में तैयार नहीं किया जा सकता. सिर्फ एक मनुष्य ही दूसरे मनुष्य को रक्त दान कर एक दूसरे के प्राणों की रक्षा कर सकता है. इसलिए इस भव्य रक्तदान महायज्ञ का आयोजन किया गया. रक्त की कमी पूरे वर्ष भर पूरे देश में ही नहीं, बल्कि विश्व में महसूस होती है. आवश्यकता के समय रक्त न मिलने के कारण अपने लोगों को अपने प्राण गवाने पड़ते है. इसलिए रक्तदान कर हम किसी व्यक्ति को प्राणादान दे सकते है. इसलिए ‘रक्तदान करे, जीवनदान करे’ इस संकल्पना पर आधारित यह शिविर आयोजित किया गया है.
इस रक्तदान महायज्ञ में ससून ब्लड बैंक पुणे, पी.एस.आय. ब्लड बैंक पुणे, जनकल्याण रक्तपेढी पुणे, जनकल्याण रक्तपेढी नगर, जनकल्याण रक्तपेढी जालना, अक्षय ब्लड बैंक पुणे, अक्षय ब्लड बँड सातारा, अक्षय ब्लड बैंक मिरज, पुणे ब्लड बैंक, आय.एस.आय. ब्लड बैंक पुणे, घोलप ब्लड बैंक पुणे, पिंपरी चिंचवड ब्लड बैंक, भारती ब्लड बैंक आदि रक्तपेढियां सहभागी हुई. इसकारण महाराष्ट्र के विभिन्न भागों के ब्लड बैंकों को एक ही समय बड़े पैमाने पर रक्त उपलब्ध हो सका है. विविध महाविद्यालय, सामाजिक संस्था, गणेशोत्सव मंडल सहित असंख्य पुणे करों ने इस शिविर में शिरकत कर रक्तदान किया.