पुणे (तेज समाचार डेस्क). नौ साल पहले मुंबई में एक चित्र प्रदर्शनी में काम मिलने की जानकारी देकर घर से गायब हुआ पुणे के युवक के माओवादी संगठन से जुड़ने की चौंकानेवाली जानकारी सामने आई है। पुणे के भवानी पेठ स्थित कासेवाड़ी निवासी संतोष वसंत शेलार नामक यह युवा छत्तीसगढ़ में माओवादी संगठन के एक सेल का।डिप्टी कमांडर रहने का खुलासा हुआ है। वहां उसे विश्वा के नाम से जानते हैं। उसके अलावा पुणे का एक अन्य युवक भी माओवादी संगठन के संपर्क में रहने की जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी है।
छत्तीसगढ पुलिस ने रांजनांदगांव में होनेवाली माओवादी कार्रवाइयों के बारे में एक महत्व की जानकारी प्रसारित की है। पुलिस ने माओवादियों से जुड़े 14 लोगों की एक लिस्ट जारी की है। उसमें विश्वा (28, निवासी पुणे, महाराष्ट्र) नामक युवक का नाम 14वें नँबर पर है। माओवादी कमांडर के तौर पर उल्लेखित विश्वा ही पुणे के कासेवाडी निवासी और नवंबर 2010 में मुंबई में काम मिलने के बहाने घर से गायब हुआ संतोष वसंत शेलार है। वह माओवादी संगठन के रांजनागांव में तांडा विभाग समिति का डिप्टी कमांडर रहने की जानकारी छत्तीसगढ पुलिस की प्रसारित सूची से मिली है।
भीमा कोरेगांव हिंसा के लिए शनिवार वाड़ा पर हुए यलगार परिषद जिम्मेदार रहने का निष्कर्ष निकालकर पुणे पुलिस गत साल- डेढ़ साल से माओवादी संगठनों से संबंधित देशभर के बुद्धिजीवियों की गिरफ्तारी में जुटी है। उसी में अब उपरोक्त जानकारी का खुलासा होने से खलबली मच गई है।
संतोष शेलार विवादित कबीर कला मंच के संपर्क में था। 2011 में जब पुणे पुलिस ने कबीर कला मंच के कार्यकर्ताओं को शक की बुनियाद पर हिरासत में लिया था तब शेलार के मंच से संपर्क में रहने की जानकारी मिली थी। हालांकि नवंबर 2010 में ही वह घर से यह कहकर गायब हो चुका था कि उसे मुंबई की एक प्रदर्शनी में दो साल का काम मिला। उसके घरवालों ने 10 जनवरी 2011 को पुलिस में उसके गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। अब छत्तीसगढ़ पुलिस की सूची से उसके माओवादी संगठन से जुड़ जाने का खुलासा हुआ है। उसके अलावा एक अन्य युवक भी माओवादी संगठन के संपर्क में रहने की जानकारी पुलिस सूत्रों ने दी है।