अकोला (अवेस सिद्दीकी) महाराष्ट्र मनपा अधिनियम के अनुसूचित प्रकरण के नियम क्रमांग-3 (अ) के अनुसार विगत 30 दिसंबर को स्थानीय शहीद टीपू सुलतान स्थायी समिति सभागृह मे सभा आयोजित की गाई थी, जिसमें विविध मुद्दों को मंजूरी दी गई. आयोजित सभा में अतिरिक्त आयुक्त पाटिल, सभापति बाल टाले, स्थायी समिति सदस्य पराग कांबले, एड. इकबाल सिद्दीकी, फैयाज खान, सुनील क्षीरसागर, माधुरी बडोने, पल्लवी मोरे, मोहम्मद मुस्तफा, सुमन गावंडे, आलिम चंदानी आदि ने प्रमुख रूप से चर्चा मे हिस्सा लिया. अतिरिक्त आयुक्त ने बताया तत्कालीन आयुक्त अजय लहाने के कार्यकाल मे नागरी सुविधा केंद्र के कुछ कर्मचारियों की वेतन वृद्धि समय पर कार्यालय न आने के की वजह से रोक दी गई थी, जिसे अब दुबारा लागू कर दिया गया. सुमन गावंडे ने कस्तुरबा गांधी असप्ताल के निर्माण तथा आवारा पशुओं पर लगाम लगाने की मांग की, तो दूसरी ओर पार्षद क्षीरसागर ने शिक्षा एवं स्वास्थ विभाग मे विविध सुधार की मांग की. पार्षद फैयाज द्वारा शालाओं के डिजिटलाइजेशन की जानकारी मांगने पर आने वाले 8 दिनों में कुल 33 मनपा शालाओ का कार्य पूर्ण किए जाने का आश्वासन दिया गया. इसी के साथ प्रभाग-2 के पार्षद तथा स्थायी समिति सदस्य पराग कांबले ने शौचालय बांधकाम में बडे घोटाले तथा निहायत ही निकृष्ट दर्जे का निर्माणकार्य किए जाने का आरोप लगाते हुए संबंधित अधिकारी से अतिरिक्त आयुक्त द्वारा जानकारी मांगी तथा इस संदर्भ मे समिति गठित कर कार्यवाही की मांग की, जिसकी वजह से संबंधित अधिकारी लडखडा गए. इससे ज्ञात होता है कि यकीनन शौचालय निर्माणकार्य में बड़ा घोटाला हुआ है. मामले को गम्भीरता से दिखाते हुए अतिरिक्त आयुक्त एवं सभापति ने संबंधित अधिकारी को 7 दिन में जांच कर संबंधित काम की रिपोर्ट देने के सख्त आदेश दिए. इस शौचालय निर्मिती में करोडों रुपये का भ्रष्टाचार किए जाने तथा आला अधिकारियों की इसमें मिलीभगत होने के आरोप नागरिको द्वारा लगाए जा रहे हैं। सभा में वार्षिक 2016-17 लेखा को एवं पिछले इतिवृत्ति कामों को मंजूरी दी गई।