नई दिल्ली ( तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):शुक्रवार को 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर शहादत को सम्मानित करते हुए एक वक्त ऐसा भी आया जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की आंखों से आंसू छलक गए। शहीद गरुड़ कमांडो जेपी निराला को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित करने के लिए उनकी मां और पत्नी को मंच पर आमंत्रित किया गया। इस दौरान शहीद कमांडो जेपी निराला के अदम्य साहस और वीरता की कहानी का भी जिक्र किया गया।
शहीद कमांडो की मां और पत्नी सम्मान हासिल करने के लिए मंच पर पहुंचीं तो राष्ट्रपति कोविंद की आंखों में आंसू थे। शहीद कमांडो के परिवार को अशोक चक्र भेंट करने के बाद जब राष्ट्रपति कोविंद अपने स्थान पर बैठे तो वो अपनी रूमाल से आंसू पोछ रहे थे।
भारतीय इतिहास में यह पहला मौका है जब भारतीय वायुसेना के किसी गरुड़ कमांडो को अशोक चक्र से नवाजा गया है। 18 नवंबर को जम्मू-कश्मीर के बंदीपोरा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में निराला शहीद हुए थे।कारपोरल निराला उस गरुड़ विशेष बल इकाई का हिस्सा थे जिसकी एक टुकड़ी जम्मू-कश्मीर में अभियान ‘रक्षक’ के तहत राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के साथ संबद्ध थी। बांदीपुरा जिले के चंदेरगर गांव में खुफिया सूचना के आधार पर 18 नवंबर 2017 को अभियान चलाया गया था। उस अभियान में छह आतंकियों को मार गिराया गया लेकिन निराला भी इसमें शहीद हो गए।