अकोला (अवेस सिद्दीकी ): स्थानिय अन्न औषध एवं पुलीस प्रशासन की अनदेखी से अकोला शहर तथा जिले के तहसील क्षेत्रो मे प्रतिबंधित तंबाखू गुटखा बिक्री जोरो पर है। जर्दा पाउच की बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद गांव -शहर सभी जगहों में पान ठेलों, किराना दुकान सहित अन्य दुकानों किराणा दुकानो में इनकी खुलेआम बिक्री जारी है।भंडारण से लेकर बिक्री तक का खेल को खुलेआम प्रशासन की आंखो के सामने किया जारहा है फ़ूड अन्न औषध प्रशासन एव पुलीस प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठे है जिस्की वजह से नौजवान तथा कम उमर् बच्चे इसके सेवन का शिकार हो रहे है।सुत्रो द्वारा प्राप्त जानकरी के अनुसार जर्दा यूक्त पान मसाला एवं प्रतिबंधित गुटखा माफीयो से कारवाई न करने के एवेज मे पुलीस एवं अन्न औषध प्रशासन के भ्रष्ट अधिकारियों को लाखों रुपयो का हफ़्ता दिया जाता है तथा हफ्ता न देने पर दिखावे हेतू कारवाई की जाती है।संवाददाता द्वारा इन प्रतिबंधीत गुटखे की बिक्री के संदर्भ मे जिला पुलीस अधिक्षक से सम्पर्क करने पर कोई प्रतिक्रिया नही दी गइ।
नागरिको द्वारा प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप
शहर से लेकर गांवों तक जगह-जगह इसकी दुकानें सजी हुई है। तीन साल पहले प्रतिबंध का असर अब कहीं नहीं दिख रहा। स्थिति ऐसी है कि चौक-चौराहों पर किसी भी पान ठेले या दुकान पर गुटखा आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। प्रशासनिक उदासीनता का अालम ये है कि दुकानदार अब जर्दा वाले प्रतिबंधित गुटखे को सामने ही टांगकर रखते है जिसके कारण गुटखे का धीमा जहर युवाओं के साथ हर वर्ग के लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है। जिम्मेदार विभाग के अफसर शिकायत मिलने के इंतजार में बैठे हैं। शासकीय फरमान का पालन करते हुए कभी कभार जांच और निरीक्षण किया जाता है। उसमें भी दो चार प्रकरण बनाकर महज खानापूर्ति की जाती है।इस वजह से ग्रामीण एवं शहर अंचल में तकरीबन हर दुकान में गुटखा बेखौफ तारीके से बेचा जा रहा है।
प्रतिबंध के बाद बिक्री नहीं रुकी, दाम बढ़ गए
प्रतिबंध के बाद तंबाकूयुक्त गुटखे की बिक्री तो अब तक नहीं रुकी बल्कि इनके दाम दो से तीन गुना बढ़ जरूर गए है,विक्रेता खुले आम प्रशासन की अँख के निचे बाईक तथा गाडीयो मे प्रतिबंधित गुटखे की तस्करी कररहे है प्रतिबंध की वजह से गुटखा पाउच के थोक विक्रेताओं की चांदी हो गई है। चिल्हर दुकानदारों और पान ठेलों मे पहुंचने तक इसके दाम और बढ़ जाते है। इससे गुटखे के शौकीन लोगों को ज्यादा कीमत में खरीदना पड़ रहा है। हर जगह की इसकी बिक्री भी हो रही है। वही अन्न औषध एवं पुलीस प्रशासन हाथ पर हाथ रखे बैठा है,अपनी गेहरी निंद से जाग विभाग द्वारा छापे मारी की कारवाई कर जिले के सभी पान टपरी,किराणा दुकान आदी की जांच की जाना चाहीए