जामनेर (नरेंद्र इंगले):6 अप्रैल को होनेवाले निगम के चौथे आम चुनाव के लिए नामांकन दायर करने कि प्रक्रिया अंतीम चरण मे है , भाजपा ने कैम्पेन के साथ हि प्रत्याशीयो के नामांकन से जुडे बिंदूओ पर मंत्री महाजन कि अगुवायी मे अनूशासन के साथ उमदा प्रबंधन का परीचय दिया है , तिकट बंटवारे का अंतीम फ़ैसला मंत्रीजी के अधीन है वहि केडर बेस पार्टी होने के कारण भाजपा मे तिकटो को लेकर बगावत कि संभावना ना के बराबर है . विपरीत इस के काँग्रेस-राष्ट्रवादी गठबंधन मे केवल संजय गरुड और पारस ललवाणी के मासलिडरशीप के अलावा खास उपलब्धी नहि होते हुये भी दोनो दलो मे सिटो के बंटवारे पर आपसी असमन्वय कि स्थिती कायम है , भाजपा प्रत्याशी तथा मंत्रीजी कि पत्नी श्रीमती साधना महाजन के खिलाफ राष्ट्रवादी कि ओर से सामाजिक न्याय के फ़ार्मूले तहत माली समाज की प्रो श्रीमती अंजली पवार को अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया गया है , गरुड द्वारा मुखर होकर मंत्री महाजन के विरोध मे माहौल पैदा करने कि उनकि क्षमता से परीचीत माली समुदाय कि श्रीमती पवार कि जीत की सभी संभावनाये जांचकर चुनावी दंगल मे रंग भरा गया है . दौरान किसी अतार्कीक छदम मक्सद से राष्ट्रवादी कि इस नीती का विरोध करती स्थानीय काँग्रेस कि भुमीका पर राजनीतीक विचारक संदेह व्यक्त करते दिखायी पड रहे है . भले ही काँग्रेस के कथित रवय्ये का असर चुनाव पर प्रभावहिन नजर आ रहा हो पर गठबंधन के लिये यह कुछ हद तक खतरे कि घंटी साबीत हो रहि है . वहि सुत्रो के मुताबीक बताया जा रहा है कि दोनो काँग्रेस के गठबंधन का सुत्र प्रदेश इकायीयो से तय हो चुका है . आपात स्थिती मे आधिकारीक तिकटो को तयशुदा नामांकनो से जोडा जाएगा . बहरहाल अस्तीत्व के लिये लड रहे विपक्ष कि शिघ्र गोलबंदी नेताओ के लिये चुनौती होंगी जब की मेगा कैम्पेन से प्रचार मे कई गुना आगे बढ चुकि भाजपा को भी इस संघर्ष मे राष्ट्रवादी के सामाजिक न्याय का काट खोजना जोखीम से कम नहि होगा .