धुलिया (तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):धुलिया सहित तहसील क्षेत्र में मॉनसून की पहली बारिश ने जोरदार दस्तक के साथ एक दर्जन से भी अधिक पेड़ हुए धराशायी वही पर कापडना गांव में सात मवेशियों की दर्द नाक बारिश के चलते मौत हो गई है तो आंधी-तूफान पेड़ गिरने से से चार लोगों की मौत हो गई।
बिजली के तार और खंबे हुए धराशायी
शनिवार शाम से रविवार की देर शाम तक शहर सहित तहसील में बिजली गुल थी । शनिवार की भारी बारिश हुई और सड़कों पर पानी भर गया था । बिजली आपूर्ति बंद होने के कारण राहत बचाव कार्य में अनेक प्रकार की दिक्कतों का सामान ज़िला वासियों को करना पड़ा है ।
शहर में तूफानी बारिश ने शहर वासियों को झकझोर दिया। शनिवार करीब साढे सात बजे अचानक उमड़ घुमड़ करते बादल आने लगे और उसके साथ ही कुछ देर के लिए तेज आंधी आई। आंधी अभी थमी ही नहीं थी कि बारिश की बूंदे गिरने लगी। बूंदाबांदी की कुछ देर के बाद ही तूफानी हवाएं भी साथ साथ चलने लगी। अचानक मौसम के इस रूप से लोग सचेत होते इससे पहले ही होर्डिंग और पेड़ गिरने लगे। इसके साथ ही पेड़ भी एेसे हिलने लगे कि अभी गिरे कि तभी गिरे। घर की छतों पर जिनके लोहे के चद्दर रखे थे वे भी भयभीत हो गए। कुछ देर बाद हवा कुछ कम हुई। तो अनेक आवासों की लोहे की छत के टीन शेड हवा में पत्तो की तरह उड़ने लगे थे ।
कापडना मेंं सात मवेशियों की मौत
बारिश ने मूसलाधार रूप लिया और शहर में पानी के नाले और छतों से परनाले बहने लगी। लोगों ने नहाने का भरपूर आनंद लिया। बारिश ने शहर की मौसम ही बदल दिया। उमस और गर्मी का सुबह से अहसास था जो मौसम सुहाना हो गया। लगभगदो घंटा तेज रफ्तार से बरखा बरसीं उसके बाद हल्की बूंदाबांदी चली बारिश ने रात भर शहर में कई इलाकों में पानी पानी कर दिया। आजाद नगर हजार खोली सुशी नाला आदि नीचले इलाकों में पानी का भराव हुआ। शहर की कई सड़कों पर पानी जमा हो गया जिससे वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया।
बारिश से धराशायी हुए पेड़
आगरा रोड , कलेक्ट्रेट, मुख्य स्टेशन रोड़, साक्री रोड़ नेहरू नगर, सहित कई इलाकों में पेड़ और पेडों की बड़ी-बड़ी टहनियां अलग होकर सड़क पर आ गई। इनके निकट कोई नहीं होने से हादसे की जानकारी नहीं है। सड़क पर से इन पेड़ों व टहनियों को बारिश थमने के बाद रातों रात हटाया गया।