पुणे (तेज समाचार डेस्क). मंगलवार पेठ से 17 वर्षीय नाबालिग लड़की का अपहरण करने के बाद 17 जुलाई को लड़की के बालिग यानी 18 वर्ष का होते ही उसके दूसरे ही दिन उससे शादी रचाने की पुणे पुलिस को चुनौती देने वाले कुख्यात अपराधी श्वेतांग निकालजे को क्राइम ब्रांच की यूनिट-1 की टीम ने रविवार की शाम भोर से गिरफ्तार कर लिया.
उल्लेखनीय है कि श्वेतांग ने 7 अप्रैल 2018 को लड़की का अपहरण किया था. बताया जा रहा है कि उसने लड़की के भाई को लगातार फोन कर चुनौती दी थी कि 18 जुलाई को वह लड़की के बालिग होने पर उससे शादी कर लेगा. साथ ही उसने पुलिस को भी उसे पकड़ने का चैलेंज किया था कि पुलिस वाले उसे गिरफ्तार कर दिखाए. क्राइम ब्रांच ने भी उसकी चुनौती को स्वीकार करते हुए कमर कस ली और उसे सलाखों के पीछे पहुंचाकर साबित कर दिया कि वाकई कानून के हाथ उसकी चुनौती से लंबे हैं.
पुलिस ने बताया कि श्वेतांग निकालजे पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज शातिर अपराधी है. अब तक उसके खिलाफ विभिन्न पुलिस स्टेशनों में 12 से 15 गंभीर मामले दर्ज हैं. इनमें दो मर्डर, डकैती, डकैती की कोशिश, पिस्तौल रखने व फिरौती वसूलने जैसे गंभीर केसेस शामिल हैं. इससे पहले उसे तड़ीपार भी किया जा चुका है.
– हाईकोर्ट ने जताई थी नाराजगी
इस बीच लड़की के पिता ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर पुलिस पर आरोप लगाया था कि संबंधित पुलिस अधिकारी ने हमारी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया. इस मामले की जांच भी उचित दिशा में नहीं हो रही है. इसके बाद हाईकोर्ट में सुनवाई के समय जांच अधिकारी उपस्थित नहीं हुए. इस पर कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए इसे गंभीरता से लिया. साथ ही पुणे सिटी पुलिस आयुक्तालय के वरिष्ठ अधिकारियों को कोर्ट में हाजिर रहने का आदेश दिया. इसके पश्चात सह पुलिस आयुक्त रविंद्र कदम को सुनवाई के समय जाना पड़ा. इस दौरान उन्होंने कोर्ट में बताया कि यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा जाएगा. साथ ही तत्कालीन जांच अधिकारियों की पुलिस उपायुक्त के जरिए जांच कराई जाएगी. इसी कड़ी में मामले की जांच डकैती निरोधक दस्ते के वरिष्ठ निरीक्षक राजेंद्र कदम को सौंपी गई.
पुलिस ने अपनी कार्रवाई में सबसे पहले श्वेतांग को आश्रय देने वालों को गिरफ्तार कर लिया. यूनिट-1 के सभी अधिकारी व कर्मी युद्धस्तर पर श्वेतांग की तलाश कर रहे थे. इस बीच पुलिसकर्मी सचिन जाधव व गजानन सोनुने को खबरियों से जानकारी मिली कि वह लड़की के साथ भोर में छिपा हुआ है. पुख्ता जानकारी मिलने के बाद क्राइम ब्रांच के अपर आयुक्त प्रदीप देशपांडे, उपायुक्त पंकज डहाणे व सहायक आयुक्त समीर शेख के मार्गदर्शन में वरिष्ठ निरीक्षक नितिन भोसले-पाटिल, सहायक निरीक्षक धनंजय कापरे, उप-निरीक्षक दिनेश पाटिल, हर्षल कदम, पुलिस कर्मी सचिन जाधव, गजानन सोनुने, सुधाकर माने, इरफान मोमिन, श्रीकांत वाघवले, रिजवान जिनेड़ी, तुषार खड़के, तुषार धामणकर, महबूब मोकाशी व उनकी टीम ने रविवार की शाम भोर में उसे दबोच लिया और लड़की को छुड़ा लिया.
– पुलिस के लिए भी सिरदर्द था यह मामला
पुलिस के अनुसार लड़की का अपहरण करने के बाद उसने उसके भाई को फोन कर यह धमकी दी थ कि मैं तेरी बहन से शादी करूगा, अगर तुम लोगों ने पुलिस में शिकायत की, तो मैं तुम्हें खत्म कर दूंगा. इस धमकी के बाद लड़की के परिजनों ने फरासखाना पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद लड़की के परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.