जलगाँव (तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):किसानों को बुआई के लिए महंगे बीज खरीदने पड़ते हैं. ठीक तरह से बुआई नहीं हुई, तो फसल भी अच्छी नहीं आती और लगभग 10 से 20 प्रतिशत बीज बर्बाद होता है.
बांभोरी स्थित SSBT अभियांत्रिकी महाविद्यालय के इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम की छात्राओं ने किसानों के लिए आधुनिक बुआई मशीन विकसित की है. इस मशीन के माध्यम से बुआई का काम आसान और तेज गति से होनेवाला है.आईटी विभाग की साफिया पटेल, पलक सोनवणे, प्रतीक्षा पाटील, रक्षंदा सरादे व तृप्ति सोनवणे नामक विद्यार्थियों ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स के सहयोग से बुआई का मशीन विकसित किया है. इस मशीन के माध्यम से किसान दो पौधा का फासला, बीज कितनी गहराई तक जाना चाहिए यह तय कर सकते हैं. इस मशीन के माध्यम से बुआई करने पर सौ प्रतिशत अच्छी बुआई होगी और बीज का नुकसान भी नहीं होगा.
ऐसे काम करता हे ये उपकरण
इस उपकरण में ‘सेंसर’ का इस्तेमाल किया गया है, जो जमीन का गीलापन ढूंढकर कितनी गहराई तक बीज बोना है यह तय करता है, यह उपकरण बैटरी पर चलता है. इसके लिए बैल जोड़ी की आवश्यकता नहीं है. यह मशीन विकसित करने के लिए विभाग प्रमुख डॉ उमेश भदादे, प्रोजेक्ट इंचार्ज प्रा एसजे पाटील और प्रोजेक्ट गाइड प्रा एनपी जगताप का मार्गदर्शन मिल गया.
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