धुलिया (तेज समाचार डेस्क). पांझरा नदी किनारे स्थित प्लांट से प्रदूषित पानी बांध में कानून की धज्जियां उड़ाते हुए छोड़ा जा रहा है जिसके चलते सोनगीर थाना क्षेत्र में बांध का पानी जहरीला हो गया है जिसे पीने से 14 बकरियों की मौत हो गई है।
सोनगीर नरड़ाना धुलिया स्थित स्टार्च फैक्ट्री इसी तरह सोनगीर ,नरड़ाना स्थित एमआईडीसी से केमिकल प्लांट से प्रदूषित पानी के इस्तेमाल से बीमार भी पड़ रहे हैं। पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की लापरवाही के कारण किसानों का हजारों रुपये का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. सोनगीर थाना क्षेत्र के नबा सोनू ठेलारी सोनवद बांध के करीब भेड़ बकरिया चरा रहा था। तभी कुछ भेड़ बकरिया पानी पीने को सोनवद बांध के पास गए। बकरिया अचानक से तड़प तड़प के एक के बाद एक कर दम तोड़ने लगी । इसी तरह गुरुवार को भी घानेगाव के ठेलारी की दो भेड़ और और पिछले हप्ते दापुरा गांव के एक व्यक्ति 11 भेड बकरिया सोनवद बांध का पानी पीने से मर चुके है। मरे हुए भेड़ बकरियों की शिकायत किस से करे और कैसे करे यह बात वगरीब व अनपढ़ चरवाहों को समझ न आने की वजह से के वह सिर्फ अपने नसीब को कोसते हुए वहा से निकल गए।
– लोगों में फैली नाराजगी उपाय करने की मांग
सोनगिर के करीब सोनवद बांध से चरवाहों को भेड़ बकरियां तथा अन्य पालतू जानवरो को पानी पीने की बंदी करना और स्थानिक किसानों को इस बारे में जागृत करने की आवश्यकता है। सोनगीर में भीषण पानी किल्लत हैं इस परियोजना से सोनगीर की जनता की प्यास बुझाई जाना है । नदी और परियोजना में फैक्ट्रियों का दूषित पानी जाने के कारण पानी प्रदूषित हो गया है वही पानी इंसानों को पीने के लिए दिया गया था उनकी भी जान के लाले पड़ने का अंदेशा सोनगीर के कुछ बुद्धिजीवीययों ने व्यक्त किया है अगर पानी उपयोग में लाया गया तो घातक सिद्ध होने से पहिले ये पानी पर प्रतिबंध लगाने और पानी किस केमिकल से दूषित हो रहा है इस कि जांच कराई जाने की मांग सोनगीर के ग्रामीणों द्वारा व्यक्त की गई और इस तरह से धुलिया की पंझरा नदी में जहरीले रसायन आना यह भी ज़िले के लोगो के लिए हानिकारक है ।

