पंचतत्व में विलीन हुए मनोहर पर्रिकर
पणजी(तेज समाचार डेस्क):गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर सोमवार शाम साढ़े पांच बजे पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके बड़े बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी। कैंसर से लंबे समय तक जूझने के बाद पर्रिकर का रविवार को निधन हो गया।
मनोहर पर्रिकर का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक पणजी में बीजेपी हेडक्वार्टर में रखा गया था। उसके बाद 10:30 बजे कला अकादमी ले जाया गया। सुबह 11 से शाम 4 बजे तक आम जनता ने मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि दी।
नम आंखों से दी विदाई
मनोहर पर्रिकर को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उमड़े। केंद्रीय मंत्रियों, रिश्तेदारों व अन्य नेताओं के श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद दिवंगत पर्रिकर की अंतिम यात्रा शुरू हुई। नम आंखों से लोगों ने अंतिम विदाई दी।
पर्रिकर के दो बेटों में से एक इंजिनियर हैं, जबकि दूसरे बेटे अपना कारोबार चलाते हैं। पर्रिकर की पत्नी का 2000 में कैंसर से निधन हो गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा पहुंचकर मनोहर पर्रिकर के परिवार वालों से मुलाकात की । गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के अंतिम दर्शन करने के लिए राजधानी पणजी की सड़कों पर सोमवार को हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े। मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा में 18 मार्च से 24 मार्च तक 7 दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया। इस दौरान पूरे गोवा में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
इसके बाद पार्थिव शरीर को अंत्येष्टि के लिए शाम 5 बजे गोवा खेल प्राधिकरण के मैदान में ले जाया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को राष्ट्रीय शोक और राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की घोषणा की है। पार्टी सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्री रहे पर्रिकर की अंत्येष्टि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।