नई दिल्ली ( तेजसमाचार संवाददाता ) – एक रिपोर्ट के अनुसार भारत पर पाकिस्तान में बसे आंतकियों के दोबारा 26/11 जैसा हमला करना देश के संयम पर बड़ी चोट मानी जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में बसे आतंकी भारत पर फिर किसी बड़े हमले की तैयारी में है। रिपोर्ट के अनुसार आतंकी संगठनों पर लगातार नकेल और बॉर्डर पर पाकिस्तानी घुसपैठ की कोशिशें लगातार नाकाम किए जाने से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद बौखला गए है। इन संगठनों से भारत ही नहीं अमेरिका को भी खतरा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह दोनों संगठन अलकायदा से सीधे नहीं जुड़े हैं, लेकिन पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय अन्य आतंकी संगठनों के लड़ाकों के साथ इनकी पैठ जरूर है। रिपोर्ट के अनुसार, ‘कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों पर पिछले साल हुए हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जो प्रतिक्रिया थी उससे पता चलता है कि उनकी प्रतिक्रिया काफी सोच-समझी हुई थी। लेकिन 2008 में हुए मुंबई हमले की तरह का एक और हमला होने पर उनके लिए संयम बरतना कठिन होगा।’
बता दें कि पिछले साल उरी में सेना के कैंप पर हमले के बाद भारतीय सेना के जवानों ने नियंत्रण रेखा के पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इस कार्रवार्इ में कई आतंकी मारे गए थे और आतंकी लॉन्चपैड्स को भारी नुकसान पहुंचा था। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि पाकिस्तानी की जिहादी समस्या उसकी खुद की बनाई हुई है और यह गहराई तक जड़ें जमा चुकी है। इस बारे में कहा गया है, ‘अफगान तालिबान के जिस नेता ने बिना पाकिस्तान की अनुमति के अमेरिका या अफगान सरकार से बात की उसे या तो जेल में डाल दिया गया या फिर गायब कर दिया गया है। भारत से रिश्तों पर रणनीतिक पुनर्विचार से ही लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद को ध्वस्त किया जा सकता है।’ ये रिपोर्ट इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप ने अमेरिका की दक्षिण एशिया में आतंकवाद को लेकर अपनाई जा रही नीतियों के आधार पर तैयार की है। इस रिपोर्ट का नाम ‘काउंटरटेरेरिज्म पिटफाल्स: वॉट द यूएस फाइट अगेंस्ट आईएसआईएस एंड अल कायदा शुड अवॉयड’ है।