पुणे (तेज समाचार डेस्क). पुणे का प्रसिद्ध पर्वतारोहण क्लब गिरिप्रेमी के 10 सदस्यों ने बुधवार की तड़के हिमालय में ‘कंचनजंघा’ चोटी फतह करके वहां तिरंगा फहराया. कई चुनौतियों और लगातार बदलने वाले मौसम का सामना करते हुए उन्होंने पर्वतारोहण के इतिहास में नया अध्याय रचा.
उमेश झिरपे के नेतृत्व में सफल हुई यह गिरिप्रेमी की सातवीं 8000 मीटर वाली मुहिम है. आशीष माने, रूपेश खोपड़े, भूषण हर्षे, आनंद माली, प्रसाद जोशी, कृष्णा ढोकले, डॉ. सुमित मांदले, विवेक शिवदे, किरण सालस्तेकर और जीतेंद्र गवारे की ‘गिरिप्रेमी कंचनजंघा इको एक्सपीडिशन टीम’ ने ‘कंचनजंघा’ को फतह किया. इस मुहिम के दौरान उमेश झिरपे ने गिरिप्रेमी के साथ 30 लोगों के अंतर्राष्ट्रीय मुहिम का नेतृत्व किया. चोटी फतह करने के बाद झिरपे ने बेस कैम्प से पुणे में साथियों को मुहिम की सफलता की खबर दी. इसके बाद पत्रकार-वार्ता में जानकारी दी गई.
इस अवसर पर गिरिप्रेमी के संस्थापक आनंद पालंदे, दिलीप निंबालकर, उपाध्यक्ष चंदन चव्हाण, विशाल कडुसकर और नचिकेत जोशी उपस्थित थे. पत्रकार-वार्ता में बताया गया कि बुधवार की सुबह साढ़े पांच बजे के करीब गिरिप्रेमी की टीम ने माउंट कंचनजंघा को फतह किया. मंगलवार की शाम 5 बजे सभी पर्वतारोहियों ने कैम्प 4 से चढ़ाई शुरू की और 12 घंटे के अथक प्रयास के बाद चोटी पर पहुंच गए. इसके बाद उन्होंने वहां पर जीत का परचम लहराया. गिरिप्रेमी के पर्वतारोहियों की इस उपलब्धि के लिए सराहना की जा रही है.