धुलिया (तेज़ समाचार प्रतिनिधि ):दोंडाईचा के नाई समाज को अनुसूचित जाति में शमिल करने समेत सात सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन प्रदेश के अन्न व औषध प्रशासन पर्यटन मंत्री जयकुमार रावल को स्थानीय नाई समाज के द्वारा सौपा गया है.
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नाभिक समाज द्वारा सौंपा गया ज्ञापन में मंत्री जयकुमार रावल को बताया गया है कि देश भर में नाई जाति की स्थिति काफी दयनीय है। जब तक नाई समाज को अनुसूचित जाति की श्रेणी में शामिल नहीं किया जाता स्थिति में सुधार संभव नहीं है। नाई जाति समाज का सेवक है और हर वर्ग के लोगों का सेवा करने में ही अपना जीवन व्यतीत करता है। ऐसे में इस जाति को अनुसूचित जाति से बाहर रखना उचित नहीं। समाज कल्याण मंत्रालय ने मार्च १९७९ में 9 जनजातियों को पिछड़ा वर्ग से हटा कर उन्हें अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाने का प्रस्ताव पारित किया था लेकिन अभी तक नाभिक (न्हावी) समाज धोबी और हजाम जाति को अनूसुचित सूची में समावेश नही किया गया है।
नाभिक समाज में मंत्री जयकुमार रावल को विभिन्न सात सूत्रीय मांगों की पूर्ति हेतु गुहार लगाई और शासन स्तर पर आर्थिक महामंडल में समाज के लिए 10% कोटा सुनिश्चित करने, जिला परिषद नगर परिषद ग्राम पंचायत पंचायत समिति में नागरिक समाज को स्वीकृत सदस्य मनोनीत करने, कारोबार हेतु सरकारी कॉन्प्लेक्स में नए व्यवसाय के लिए दुकान आरक्षित करने की मांग समेत अन्य नौ सूत्रीय मांगों की पूर्ति हेतु ज्ञापन मंत्री जयकुमार रावल को रविंद्र सैंदाणे, शिंदखेडा तालुका अध्यक्ष रविंद्र चित्ते, जिल्हा सरचिटणीस छोटू महाले, शहर अध्यक्ष देविदास चित्ते, दुकानदार संघाचे अध्यक्ष किरण सुर्यवंशी, पत्रकार समाधान ठाकरे, अनिल ईशी, आदि ने सौपा हैं.