पुणे (तेज समाचार डेस्क). मौसम में लगातार होने वाले परिवर्तन, बेमौसम बारिश, प्रदूषण आदि के चलते सर्दी और खांसी, शहरी और ग्रामीण भारत में सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन गई है. इससे सबसे ज़्यादा ख़तरा बच्चों को होता है क्योंकि वे दिन में कई बार बाहरी गतिविधियों का हिस्सा रहते हैं. हालांकि सर्दी और खांसी को गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं माना जाता, लेकिन शुरुआत में ही अच्छे से उपचार न मिलने पर कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. एक बार बच्चों को खांसी और जुकाम हो जाता है, तो वे अन्य मौसमी बीमारियों से ग्रस्त हो सकते हैं. बीमारी बढ़ने पर वे स्कूल और शिक्षण का पूरी तरह लाभ नहीं उठा पाते हैं.
– मौसमी बीमारियों से बचाव के बारे में जनजागृति
देश की सबसे बड़ी आयुर्वेद आधारित खांसी का उपचार डाबर हनीटस ने भारत में सर्दी और खांसी से लड़ने के लिए मेगा मुहिम की घोषणा की है. इसके अंतर्गत, डाबर हनीटस स्कूलों में हेल्थ सेशन आयोजित करेगा और 7,000 से अधिक लोगों को डाबर हनीटस के फ़्री सैंपल देकर सर्दी और मानसून में खांसी व गले के इंफेक्शन जैसी अन्य बीमारियों के बारे में जागरूक करेगा.
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– पुणे से हुआ मुहिम का शुभारंभ
इस मुहिम में कई शहरों के छात्रों और शिक्षकों को भी शामिल किया जाएगा. पुणे में मुहिम की शुरुआत करते हुए डाबर ने शहर के नवीपेठ के धर्मवीर संभाजी महाराज विद्यालय स्कूल में एक सेशन आयोजित किया गया, जिसमें डॉ संगीता वाघमोडे ने बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों और अभिभावकों को सर्दी और खांसी से बचने के प्रभावी उपाय बताया गया.
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– शुद्ध आयुर्वेदिक, कोई साइड इफेक्ट नहीं
डाबर हनीटस ब्रांड मैनेजर दिनेश कुमार ने कहा, “डाबर हनीटस ब्रांड हमेशा से लोगों को सर्दी और खांसी सहित गले के अन्य इंफेक्शन से सुरक्षित रखने के लिए प्रयासरत है. इस मिशन पर आगे बढ़ते हुए, हमने मानसून में लोगों में जागरुकता फैलाने और उन्हें सुरक्षित रखने की यह सामाजिक पहल की है. डाबर हनीटस का कफ़ सिरप बिना साईड इफ़ेक्ट के खांसी से राहत दिलाता है. यह जुकाम का नियंत्रित करता है और इससे गले की खराश से भी राहत मिलती है.”
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– कफ और खराश से राहत देता है हनीटस
दिनेश कुमार ने आगे कहा कि “यह जुकाम से राहत दिलाने के लिए तुलसी, मुलेठी, बनफ्शा और आयुर्वेद द्वारा अनुशंसित प्रमाणित चिकित्सकीय घटकों से बनी आयुर्वेद दवा है. एलोपैथिक कफ़ सीरप में कोडीन और अल्कोहल हो सकता है जिससे नींद आती है और उनकी लत भी लग जाती है. डाबर हनीटस बिना किसी दुष्प्रभाव के कफ़ से राहत दिलाने वाला एक सुरक्षित और प्रभावी हर्बल फ़ॉर्मूला है. यह चिकित्सकीय रूप से प्रमाणित है और कफ़ और गले की खराश में जल्दी राहत दिलाता है. डाबर हनीटस 100% आयुर्वेदिक है और सुरक्षित है,”
– सभी आयुवर्ग के लोगों के लिए उपयुक्त औषधि
सेशन को संबोधित करते हुए, डॉ. डॉ संगीता वाघमोडे ने कहा, “आयुर्वेदिक दवाएं बीमारियों से निजात दिलाने वाले घटकों से बनी होती हैं. सर्दी और खांसी के लिए आयुर्वेदिक दवाएं लोंग, अदरक, तुलसी, हल्दी, शहद, दालचीनी आदि से बनी होती हैं जो सभी आयुवर्ग के लोगों के लिए उपयुक्त होती हैं. ऐसी दवा को सुरक्षित माना जा सकता है जिसके घटक आसानी से किचन में मिल जाते हैं.जुकाम की समस्या को ठीक करने के लिए आयुर्वेदिक उपचार और दवाएं लेना एक अच्छा विकल्प हो सकता है.मानसून में स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को लेकर बच्चों और वयस्कों के लिए जागरुकता फैलाना सबसे ज़रूरी है. यह कैंपेन इसी पर आधारित है और मुझे इससे जुड़ने में गर्व महसूस हो रहा है.”
डाबर हनीटस के बारे में:डाबर हनीटस का कफ़ सीरप कफ़ और गले की खराश से राहत दिलाता है, वह भी बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के. डाबर हनीटस कफ़ सीरप शहद पर आधारित हर्बल सीरप है जो तुलसी, मुलेठी और बनाफ्शा सहित अन्य प्रमाणित घटकों से निर्मित है.डाबर हनीटस मधुवाणी, सितोपलादिचूर्ण और शहद के पारंपरिक मिश्रण से तैयार है जो गले की खराश, सर्दी और खांसी से राहत दिलाता है. यह ऐसे घटकों से बना हैं जो एंटी-एलर्जिक और एक्सपैक्टोरेंट हैं और कफ़ को जमने भी नहीं देते हैं.
– 15 आयुर्वेदिक औषधियों का मिश्रण
डाबर हनीटस हॉट सिप शहद के साथ शुंथी, कांतकारी और तुलसी जैसे 15 अनूठी आयुर्वेदिक औषधियों से युक्त है और सर्दी और खांसी से असरदार राहत दिलाता है. इसे बस गरम पानी/दूध या चाय में घोलें और आयुर्वेद के गुणों का लाभ उठाएं. डाबर हनीटस कफ़ ड्रॉप्स कैंडी गले की खराश और जुकाम से राहत दिलाने के लिए कैंडी के रूप में एक अच्छा विकल्प है. यह शहद और अन्य प्रभावी घटकों से बना है और हनी जिंजर, हनी लेमन, हनी मेंथॉल, हनी ऑरेन्ज और हनी मिंट जैसे फ़्लेवर में उपलब्ध है. यह मुंह की दुर्गंध को भी दूर कर सकता है और इसकी कीमत 1 रुपए प्रति कैंडी है.