पुणे, सं. कक्षा बारहवीं के नतीजे आने के बाद बारहवीं की किताबें, स्टडी मटेरियल, नोट्स जरूरतमंद विद्यार्थियों को मिले, इस उद्देश्य से इस वर्ष शिक्षा विभाग ने पहली बार बारहवीं की अच्छी स्थिति में होनेवाली पुरानी किताबे आत्महत्याग्रस्त किसानों के बच्चे, जरूरतमंद बच्चों को दी जाएगी. माध्यमिक स्कूल के 55 ‘एनएसएस’ यानी राष्ट्रीय सेवा योजना केंद्र की ओर से यह उपक्रम शुरू किया जा रहा है. कक्षा बारहवीं की परीक्षा हाल ही में संपन्न हुई. पुणे शहर से डेढ़ लाख विद्यार्थियों ने यह परीक्षा दी है. वर्तमान स्थिति में सूखा क्षेत्र के किसानों की स्थिति दयनीय होने की वजह से ऐसी स्थिति की वजह से किसानों के बच्चे शिक्षा से वंचित ना रहे, इस उद्देश्य से पुणे विभाग के सहायक शिक्षा उपसंचालक मिनाक्षी राऊत ने यह उपक्रम शुरू किया है.
राऊत ने बताया कि पुणे विभाग के अंतर्गत आनेवाले महाविद्यालयों के 55 एनएसएस केंद्र के अंतर्गत सभी महाविद्यालय के 50 एनएसएस के विद्यार्थी है. सभी महाविद्यालयों के विद्यार्थी तथा उनके शिक्षकों के पास विद्यार्थियों ने बारहवीं के नतीजें आने के बाद और नीट की परीक्षा होने के बाद उन्होंने पुरानी किताबें दी जाएगी.
राऊत ने कहा कि इसके पहले हमने कुछ विद्यार्थियों की मदद से ‘नीट’ के विद्यार्थियों को निशुल्क मार्गदर्शन जैसे प्रयोग किये थे. इसे सराहनीय प्रतिसाद मिला. ग्रामीण क्षेत्र में क्लासेस का शुल्क ना दे सकनेवाले विद्यार्थी इस निशुल्क क्लास के माध्यम से शिक्षा ले रहे हैं. इसलिये पुणे तथा बाकी क्षेत्र के विद्यार्थियों की अच्छी स्थिति में होनेवाले किताबें जरूरतमंद बच्चों को देना चाहते हैं, वे अपने महाविद्यालय के एनएसएस विभाग से संपर्क करने की अपील की.