पुणे (तेज समाचार डेस्क). जनता ने भाजपा व शिवसेना युति को सत्ता में दोबारा बैठने का निर्णय लिया था. पर मतगणना के बाद शिवसेना का मुख्यमंत्री को लेकर शिवसेना ने रार ठानी व राकां तथा कांग्रेस संग जाकर महाआघाड़ी की सरकार बनाई. पर शिवसेना ने बहुत पहले ही राकां संग सरकार बनाने की रणनीति बना ली थी. खुद शिवसेना नेता संजय राउत ने इसका खुलासा किया है. उन्होंने कहा था कि भाजपा वाले शब्द का पालन नहीं करेंगे, इसलिए मतगणना के पहले ही हमने राकां संग सरकार बनाने का प्लान कर लिया था.
– टेस्टट्यूब बेबी नहीं है महाविकास आघाड़ी
राउत ने कहा कि महाविकास आघाड़ी कोई टेस्टट्युब बेबी नहीं है बल्कि समय से जन्मी सरकार है. उन्होंने विश्वास भी जताया कि यह सरकार पूरे पांच साल चलेगी. पुणे में एक साक्षात्कार में राउत ने कहा कि राज्य सरकार का नेतृत्व उध्दव ठाकरे कर रहे हैं तो शरद पवार सरकार का मार्गदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सरकार खिचडी सरकार नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद ही मुझे अहसास हो चला था कि भाजपावाले अपना वादा नहीं निभाएंगे. इसलिए शरद पवार साहेब ने विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद पहले दिन ही शरद पवार ने कहा कि हम ये कर सकते हैं. हम ये सरकार बना सकते हैं व टिकाएंगे भी. उसके अनुसार ही घटनाएं होती गईं.
– भाजपा ने नहीं निभाया वादा
भाजपा पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि मेरा तो मेरा पर तुम्हारा भी मेरे बाप का ऐसी राजनीति भाजपा की ओर से की गई. उन्होंने कहा कि यदि भाजपा ने अपने शब्दों का पालन किया होता तो राज्य में आज अलग दृश्य होता. उन्होंने कहा कि प्रधान नरेंद्र मोदी ने भी महाराष्ट्र सरकार गठन को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई. उन्होंने कहा कि इस महाविकास आघाड़ी सरकार को कम से कम एक साल का समय दिया जाना चाहिए.