इंदौर: क्रेडिट कार्ड का ऑनलाईन डाटा खरीदकर लाखो की चपत लगाने वाले 2 गिरफ्तार
इंदौर (तेज समाचार प्रतिनिधि): रशियन हैकर की वेबसाईट से क्रेडिट कार्ड का ऑनलाईन डाटा खरीदकर लोगों व बैंको को लाखो की चपत लगाने वाले हरियाणा व यूपी के दो शातिर बदमाशों को सायबर सेल ने इंदौर में गिरफ्तार किया है।
एसपी सायबर इंदौर जितेंद्र सिंह ने बताया कि लाखो लोगो के क्रेडिट/डेबिट कार्ड का डेटा ऑनलाईन बिक रहा है। ये आरोपीगण क्रेडिट/डेबिट कार्ड का डेटा बिटकॉइन का प्रयोग कर खरीदते है।पकड़े गए इन आरोपियो के नाम चिराग एलावधी पिता पवन कुमार उम्र 26 साल निवासी 302 सूर्या अपार्टमेंट साकेत नगर इंदौर,
पूर्व पता सेकंड फ्लोर 291 साईं कृपा कॉलोनी शारदा विला महालक्ष्मी नगर के पास इंदौर और स्थायी पता हाउस नंबर 15A वार्ड नंबर 11 सिमी शॉप के सामने तहसील बरवाला जिला हिसार हरियाणा और मुकुल कुमार पिता हरिप्रकाश कुमार उम्र 19 साल, स्थायी पता 113 मोहल्लागंज तह. जानसट जिला मुज्जफरपुर नगर उत्तर प्रदेश, हाल मुकाम 302 , सूर्या अपार्टमेंट साकेत नगर इंदौर है। आरोपियो के पास से उनके द्वारा खरीदा गया लगभग 700 क्रेडिट/डेबिट कार्ड का डेटा भी जब्त किया गया है।
बैंकों को भी चूना लगाया
चूंकि आरोपियो द्वारा उक्त डेटा का प्रयोग अनऑथोराईज्ड ट्रांजेक्शन (बिना OTP) किया गया गया है, जहाँ यदि पीडित समय पर बैंक में शिकायत करें तो बैंक पीड़ित को पूरा पैसा रिफंड करना होता है, इस तरह आरोपियो ने जनता के साथ साथ बैंको को भी लाखो रुपयो का चूना लगाया है।
आरोपी चिराग ने कम्युटर इजीनियरिंग से पोलिटेक्नीक डिप्लोमा किया हुआ है जबकि आरोपी मुकूल ने इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग से पोलेटेक्निक डिप्लोमा की अधुरी पढ़ाई की है।
दोनो आरोपीगण Roaring Wolf Media Pvt. Ltd नामक कम्पनी चलाते है।
एसपी सिंह ने बताया कि आरोपी चिराग उक्त कंपनी में को फाउंडर व सीईओ है और आरोपी मूकुल उक्त कंपनी में सीजीओ (चीफ ग्रोथ ऑफिसर) है। इनके द्वारा उक्त कंपनी के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग का कार्य किया जाता है।
इस मामले में अनूप कुमार तिवारी निवासी बिचोली मर्दाना द्वारा शिकायत की गई कि 09-12-19 को सुबह 06:13 बजे मेरे HDFC क्रेडिट कार्ड से बिना मेरी जानकारी व कोई OTP शेयर किये कुल रूपए 21188.60/- रूपए का फ्रॉड ट्रांसेक्शन हो गया है। अनुसंधान के दौरान आये तथ्यो के अनुसंधान में पाया गया कि उक्त ट्रांजेक्शन Roaring Wolf Media Pvt. Ltd. के कर्मचारियो द्वारा किया गया है।
इस पर उक्त दोनों को पकड़ा गया। पूछताछ में इन्होंने बताया कि Roaring Wolf Media Pvt. Ltd. एक डिजिटल मार्केटिंग कंपनी है जो कि विभिन्न कंपनियो व लोगो के कंटेन्ट का सोशल मीडिया के माध्यम से एडवरटाइज (विज्ञापन) करवाती है।
यह विज्ञापन सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे- गूगल, फेसबुक, यूट्युब, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि पर प्रसारित किये जाते है। इसी तरह किसी सोशल मीडिया यूजर्स के लाइक्स व फालोअर्स को भी बढ़ाने का काम उक्त कंपनी करती है।
उक्त काम को करने के लिये सोशल मीडिया के जिस प्लेटफार्म पर विज्ञापन प्रसारित किया जाना होता है उसके लिये उक्त सर्विस प्रोवाइडर को पेमेण्ट करना होता है। जिसके लिये हम कभी स्वयं के खातो से एवं कभी कभी अंडरग्राउंड ऑनलाईन साईट्स से क्रेडिट कार्ड का डाटा सर्च करके व खरीद के पेमेंट करते थे।
अंडरग्राउंड ऑनलाईन साईट्स पर क्रेडिट/डेबिट कार्ड का डाटा खरीदने बेचने के लिये बिट कॉइन का प्रयोग किया जाता है, जिसके लिये आरोपियो ने भी बिटकॉइन अकाउंट बनाये हुए है। आरोपियो द्वारा बताया गया कि इस प्रकार की वेबसाईट पर लाखो लोगो का क्रेडिट/डेबिट कार्ड का डेटा खरीदा बेचा जाता है।
आरोपियो के बताये अनुसार आरोपियो द्वारा घटना में प्रयुक्त दो लैपटॉप, दो आईफोन व आरोपीगण द्वारा खरीदा गया क्रेडिट/डेबिट कार्ड का डेटा को विधिवत जब्त किया गया है। उक्त अनुसंधान मे निरीक्षक. राशिद अहमद, उनि. पूजा मूवेल, उनि. आमोद सिंह राठौर, उनि. रीना चौहान, उनि. विनोद सिंह राठौर, प्रधान आरक्षक मनोज राठौर, आरक्षक गजेन्द्र राठौर, आरक्षक विजय बड़ोदकर, आरक्षक विवेक मिश्रा, आरक्षक विशाल महाजन, आरक्षक आशीष शुक्ला, आरक्षक रमेश भिड़े, आरक्षक राहुल सिंह गौर, आरक्षक चालक दिनेश महिला आरक्षक दीपिका, महिला आरक्षक विनीता की भूमिका रही।
कैसे बचें इस सायबर क्राइम से
ऑनलाईन शॉपिंग के समय अपने डेबिट/क्रेडिट कार्ड डेटा को सुरक्षित रखने के उपाय –
कंपनी की ओरिजिनल वेबसाईट अथवा फेमेलियर वेबसाईट पर हा अपने कार्ड्स का उपयोग करें।
ऑनलाईन कार्ड अथवा खातो की जानकारी का उपयोग पब्लिक वाई फाई पर न करें।
हमेशा वेबसाईट पर ताले का निशान व https को चेक करें।
फिशिंग स्कैम्स से बचें (अपरिचित लिंक्स पर जानकारी देने से बचे)।
सिक्युरिटी ट्रेंड्स व फीचर्स के बारे में जानकारी अपडेट रखे।
वर्चुअल क्रेडिट कार्ड नम्बर का प्रयोग करें।