धुलिया (वाहीद काकर). मोहाडी थाना कोतवाली में पुलिस उप निरीक्षक को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में नासिक एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने मंगलवार दोपहर तीन बजे जाल बिछाकर रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. गायकवाड़ की गिरफ्तारीसे पुलिस महकमे में खलबली मच गई है.
एंटी करप्शन ब्यूरो नासिक में ठाणे के एक साठ वर्षीय शिकायत कर्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी कि धुलिया स्थित उनके भूमिपट्टे के कागजात पर फर्जी हस्ताक्षर कर उनकी भूमि को हड़प लिया था इस प्रकरण की तफ्तीश का आवेदन शिकायत कर्ता ने मोहाडी पुलिस थाने में दर्ज कराया था जिसकी जांच पड़ताल पुलिस उप निरीक्षक सचिन प्रभाकर गायकवाड़ कर रहे थे. संबंधित फर्जी हस्ताक्षर करने वाले अपराधियों की धरपकड़ करने के एवज में पुलिस सब इंस्पेक्टर गायकवाड़ ने शिकायतकर्ता से पचास हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी .किंतु शिकायतकर्ता की इच्छा घूस देने नहीं देने की होने के कारण उसने नासिक ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई.पुलिस उप अधीक्षक सतीश भामरे ने शिकायतकर्ता को दो हजार की फर्जी डमी नोट देकर मोहाडी पुलिस स्टेशन भेजा गया जिसमें पुलिस उप निरीक्षक गायकवाड़ ने चालीस हजार रुपये में मामला तय किया और सरकारी चश्मदीद गवाहों के सामने 40 हजार रुपये की रिश्वत स्वीकारते हुए ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथों सचिन प्रभाकर गायकवाड़ को गिरफ्तार किया है.