पिंपरी/पुणे (तेज समाचार डेस्क). वैश्विक महामारी कोरोना ने पुणे में हाहाकार मचा कर रखा हुआ है. बुधवार को इस बीमारी की चपेट में आकर 8 मरीजों की मौत हो गई है, इससे पुणे में कोरोना से मरनेवालों की संख्या 16 हो गई है. इसके साथ ही बुधवार को पुण्ो में 25 और पुणे के पड़ोसी शहर पिंपरी चिंचवड़ में तीन दिन के ब्रेक के बाद चौथे दिन एक नया मामला सामने आया है. इसके चलते पिंपरी चिंचवड में कोरोना के अब तक मिले मरीजों की संख्या 21 हो गई है. इनमें से 12 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है. अन्य नौ मरीजों का वाईसीएम हॉस्पिटल में इलाज जारी है.
पिंपरी चिंचवड़ मनपा की ओर से किए गए सर्वेक्षण में अब तक साढ़े सात लाख लोगों की जांच की गई है. वहीं विदेश से लौटे 1873 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है. पिंपरी चिंचवड़ शहर में भी दिघी, खरालवाडी, चिखली और थेरगांव में कुछ हिस्सों को आज मध्यरात्रि से सील किया गया है. मनपा के वाईसीएम और भोसरी हॉस्पिटल में से अब तक 587 संदिग्ध मरीजों की लार के नमूने जांच के लिए एनआईवी में भेजे गए थे. उनमें से 541 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव मिली है, हालांकि 46 मरीजों की रिपोर्ट मिलनी बाकी है. आज नए से 26 संदिग्ध मरीजों को उक्त दोनों हॉस्पिटल में दाखिल किया गया है.
शहर में 10 मार्च को कोरोना के पहले तीन मरीज मिले थे. इसके बाद लगातार पॉजिटिव मरीज मिलते गए और इसका आंकड़ा 12 तक पहुंच गया. 27 मार्च को पहले तीन मरीजों को अस्पताल से इलाज के बाद डिस्चार्ज दिया गया. 4 अप्रैल को पहले चरण में मिले 12 में आखिरी मरीज को अस्पताल से छुट्टी दी गई. 20 मार्च के बाद लगातार 12 दिनों तक शहर में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया. इससे पहले कि पिंपरी चिंचवड़ शहर कोरोना मुक्त शहर बन पाता, 2 अप्रैल को दिल्ली में तब्लीगी मरकज के सम्मेलन से लौटे दो लोग को पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद उसके संपर्क में आये एक और मरीज के कोरोना ग्रस्त रहने की पुष्टि हुई. 4 अप्रैल को एक ही दिन में इस महामारी के छह मरीज मिलने से खलबली मच गई.