पुणे (तेज समाचार डेस्क). पुणे के तीसरे गोल्डमैन व व्यवसायी सम्राट मोझे का मंगलवार की देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वे सम्राट गोल्डमैन के नाम से लोगों में प्रसिद्ध थे.
जानकारी के मुताबिक, सम्राट मोझे को मंगलवार दोपहर को लो ब्लडप्रेशर के कारण होने के कारण पुणे के सह्याद्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था.इस दौरान उनका रक्तचाप कम था. जिसके बाद अस्पताल में ही इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. येरवड़ा संगमवाड़ी में रहने वाले सम्राट मोझे कई वर्षों तक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कार्यकर्ता रहे. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के विधायक रमेश वांजले पुणे में पहले गोल्डमैन के रूप में जाने जाते थे. लेकिन, उनके मौत के बाद सम्राट मोझे ही गोल्डमैन के रूप में जाना जाने लगा.
– तीन लोग बने गोल्डमेन
रमेश वांजले : स्व. विधायक रमेश वांजले पुणे के पहले गोल्डन मैन थे. वह एक पहलवान थे. राजनीति में प्रवेश करने के बाद उन्होंने सोना पहनने की अपनी इच्छा को पूरा करना शुरू कर दिया. उनके गले में सोने की चेन का आकार और वजन दिन-प्रतिदिन बढ़ता गया. जिसके बाद उनकी चर्चा होने लगी. अपने मोटे और कुश्ती के शरीर, दाढ़ी और उस पर भारी सोने के आभूषणों के कारण वांजले का रुबाब लोगों को दिखने लगा. वांजले मूल रूप से कांग्रेस के कार्यकर्ता थे. पिंपरी महानगरपालिका स्मशान घाट में चौकीदारी का काम करते-करते अपने दम पर विधायक बने. अपने पर्सनालिटी और दमदार आवाज की वजह से वह साल 2009 में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से विधानसभा पहुंचे. उस दौरान उनकी लोकप्रियता काफी बढ़ गयी.अपने शरीर पर सोने के गहने पहनकर लोगों के सामने खड़े होकर भाषण देते थे. जिससे लोग मंत्रमुग्ध हो जाते थे. शुरुआती दौर में वे कांग्रेस नेता प्रा. रामकृष्ण मोरे के कार्यकर्ता के रूप में काम करते थे.
2009 में विधायक बनने के दो साल बाद ही वांजले की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई. 10 जून, 2011 को 46 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया. उनकी मौत पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा था. उनके अंतिम संस्कार में भारी भीड़ को आज भी कई लोग याद करते हैं. लोग अभी भी विधायक वांजले के संवाद को नहीं भूलते हैं वह कहते थे कि `मैं दिखता हूं विलन जैसा, मगर काम करता हूं हीरो का.’
दत्ता फुगे : वांजले की मृत्यु के बाद गोल्डन मैन जैसी कोई चीज नहीं थी. लेकिन, 2012 में एनसीपी के दत्ता फुगे ने सोने की शर्ट सिल दी. उन्होंने सोने के बटन, सोने के फूल और गले में सोने की चेन पहनी. दुनिया में सबसे महंगी शर्ट पहनने वाले व्यक्ति के रूप में फुगे को जाना जाने लगा. इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी सूचीबद्ध किया गया था. हालांकि, फुगे का दुर्भाग्यपूर्ण अंत था. वह फाइनेंस स्कीम चला रहा था. वह एक क्रेडिट यूनियन में एक पदाधिकारी भी थे. उनकी पत्नी एनसीपी कॉर्पोरेटर थीं. 2014 के विधानसभा चुनाव में फुगे खुद भोसरी से खड़ा होना चाहते थे. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. फुगे की हत्या उसके बेटे के उन दोस्तों ने की, जिनसे फुगे ने कथित रूप से डेढ़ लाख रुपये लिए थे. फुगे को रात में बुलाने के लिए उन लोगों ने एक जन्मदिन पार्टी झूठा प्रलोभन दिया था. ‘पिंपरी गोल्डमैन’ के नाम से चर्चित फुगे पर यहां दिघी के पास तलवार, चाकू, डंडे और दरांती से हमला किया गया था. उसके बाद बड़े पत्थरों से मार-कर उसकी हत्या कर दी गई.
सम्राट हिरामण मोझे : तीसरे प्रसिद्ध गोल्डनमैन और पुणे के व्यवसायी सम्राट हिरामण मोझे थे. 5 मई को 34 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया. उनकी मां, पत्नी और दो छोटे बच्चों से बचे हैं. 28 अप्रैल को सम्राट का जन्मदिन मनाया गया. अचानक तबीयत खराब होने के कारण उन्हें कल रात एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि, इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वह पूर्व विधायक रामभाऊ मोझे के भतीजे थे. सोने के आभूषण पहनने के सम्राट की शैली अलग थी. उन्होंने लगभग 8 से 10 किलो सोना पहना था. इसीलिए उन्हें गोल्डन मैन का उपनाम दिया गया. सम्राट का कई टीवी चैनेलों ने इंटरव्यू किया है. सम्राट अब पुणे में बस गए थे. उनके निधन से संगमवाड़ी क्षेत्र में शोक फैल गया है.

